जौनपुर धारा,जौनपुर। मंगलवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष के आह्वान पर जौनपुर जिलाध्यक्ष राज केसर यादव के नेतृत्व में जनपद के समस्त विद्यालय में शिक्षक कर्मचारियों ने अपनी बांहों पर काली पट्टी बांधकर एनपीएस और यूपीएस का जबरदस्त विरोध करते हुए पुरानी पेंशन की मांग किया। तत्पश्चात प्रांतीय अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव की उपस्थिति में पुरानी पेंशन बहाली सहित तीन सूत्री मांगों का मुख्यमंत्री संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौपा गया। शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने कहा कि लाखों शिक्षक कर्मचारी और अधिकारियों के भविष्य से जुड़ी बुढ़ापे की लाठी रूपी पुरानी पेंशन को समाप्त कर 1अप्रैल 2005 को जुए एवं शेयर मार्केट पर आधारित अनिश्चित एवं अनियमित और लाभकारी एनपीएस के रूप में 30,35 साल सेवा करने वाले शिक्षकों के बुढ़ापे के साथ बहुत ही शर्मनाक व उपहास करने वाली योजना जबरन थोप दी गई, इतना ही नहीं आज यूपीएस के रूप में एक और पेंशन आधारित योजना आ गई जो एनपीएस से भी बेकार है। जिसमें वेतन से की जाने वाली 10त्न की अनवरत कटौती वापस नहीं होगी और पेंशन 25वर्ष की सेवा पर ही दी जाएगी। जब 40-42की उम्र में नौकरी ही मिलेगी तो पेंशन कहां से मिलेगी। जिलाध्यक्ष राज केसर यादव ने कहा कि सरकार जैसे एनपीएस और यूपीएस का विकल्प दे रही है उसी तरह ओपीएस का भी विकल्प देना चाहिए। जिला संरक्षक डॉ.सुनील कांत तिवारी ने एनपीएस-यूपीएस का विरोध करते हुए विद्यालयों का राजकीय करण और शिक्षकों की सेवा सुरक्षा संबंधित धारा 21 को नए आयोग में रखने की बात कही। जिला मंत्री रामसूरत वर्मा ने कहा कि देश प्रदेश में करोड़ों शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी और अर्धसैनिकों के लिए पुरानी पेंशन बहाली को सरकार प्रतिष्ठा का विषय नहीं बनाना चाहिए। उक्त अवसर पर प्रांतीय मंत्री कमलनयन, अनिल कनौजिया, जिला उपाध्यक्ष डॉ.जीएन सिंह शाक्य, हौशिला प्रसाद पाल, जिला संगठन मंत्री डॉ.नागेंद्र प्रसाद, सूर्यमणि यादव, बांकेलाल प्रजापति, डॉ.सी.एल.यादव, रविशंकर ओम प्रकाश यादव, जय प्रकाश आदि शिक्षक एवं पदाधिकारी गण उपस्थित रहे।