शरद पवार गुट को चुनाव आयोग की ओर से बुधवार को पार्टी का नया नाम ‘NCP- शरद चंद्र पवार’ के रूप में मिल गया. इससे पहले शरद पवार गुट ने अपनी पार्टी के लिए तीन नाम और चुनाव चिन्ह के विकल्प चुनाव आयोग को सुझाए थे.
चुनाव आयोग की ओर से अजित पवार गुट को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) घोषित किए जाने और उसे पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘दीवार घड़ी’ आवंटित किए जाने के बाद शरद पवार गुट को नया नाम मिला है.
शरद पवार गुट ने सुझाए थे ये तीन नाम और चिन्ह
सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने बुधवार को पार्टी के नाम के तौर पर जो तीन विकल्प चुनाव आयोग को सुझाए थे वो ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार’, ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद चंद्र पवार’ और ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदराव पवार’ थे. वहीं, शरद पवार ने चुनाव चिन्ह के तौर पर ‘चाय का कप’, सूरजमुखी का फूल और उगता हुआ सूरज विकल्प सुझाए हैं.
बता दें कि मंगलवार (6 फरवरी) को अजित पवार गुट को असली एनसीपी घोषित करते हुए चुनाव आयोग ने शरद पवार को गुट को बुधवार (7 फरवरी) शाम तक उनकी पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह के लिए विकल्प बताने के लिए कहा था.

सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है शरद पवार का गुट
शरद पवार गुट चुनाव आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहा है. उधर, अजित पवार गुट ने भी सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल कर दी है और चुनाव आयोग की ओर से उसे मूल एनसीपी घोषित करने के आदेश को शरद पवार गुट की ओर से चुनौती दिए जाने की स्थिति में उसका पक्ष भी सुने जाने का अनुरोध किया है.
पवार बनाम पवार लड़ाई में कहीं खुशी, कहीं गम!
चुनाव आयोग के फैसले पर एक तरफ अजित पवार के खेमे के समर्थकों में जश्न का महौल है तो वहीं शरद पवार के गुट के समर्थक विरोध जता रहे हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बुधवार को पुणे और आसपास के इलाकों में शरद पवार के समर्थकों ने काले रिबन पहनकर चुनाव आयोग के फैसले का विरोध जताया. शरद पवार ने 1999 में एनसीपी की स्थापना की थी. पिछले साल जुलाई में शरद पवार के भतीजे अजित पवार पार्टी के आठ विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए थे.