कन्नौज. इत्र और इतिहास की नगरी के नाम से मशहूर कन्नौज में राजा हर्षवर्धन और राजा जयचंद से जुड़ा बहुत कुछ आपको शहर के संग्रहालय में देखने को मिल जाएगा. इस संग्रहालय में एक अलग से राजा हर्षवर्धन और जयचंद की गैलरी बनाई गई है. जहां पर प्रतिमाओं को देखकर आपको शहर के इतिहास की जानकारी मिलेगी. खासकर पृथ्वीराज और संयोगिता की प्रेम कहानी की तस्वीरें तो मन मोह लेंगी.
इस संग्रहालय में आपको मौर्य काल, गुप्त काल, कुशाण वंश, प्रतिहार वंश सहित पांचवीं शताब्दी से जुड़ी चीज़ें देखने को मिल जाएगी. इनमें आपको उस समय के सिक्के, हड्डियों से निर्मित चूड़ियां, स्त्री पुरुष के पत्थर से बने प्रतिबिंब, शतरंज के प्यादे सहित एक विशालकाय मटका और देवी देवताओं की ऐसी प्रतिमाएं जिनको देखकर आपको अपनी आंखों पर विश्वास नहीं होगा.
राजा जयचंद और हर्षवर्धन की गैलरी है खास
सम्राट हर्षवर्धन का कार्यकाल कैसा रहा, राजा जयचंद का शासनकाल कैसा था, यह सब आपको इस गैलरी में देखने को मिल जाएगा. वहीं इतिहास में दर्ज संयोगिता और पृथ्वीराज चौहान की प्रेम कहानी का दस्तावेज भी यहां देख सकते हैं. किस तरह उन दोनों का विवाह नाटकीय ढंग से हुआ, यह गैलरी के जरिए दर्शाया गया है.
इतिहास का खजाना है ये म्यूजियम
संग्रहालय के इंचार्ज डॉक्टर पवन तिवारी बताते हैं कि यह संग्रहालय तीन तलों में बना हुआ है. प्रथम तल पर गुर्जर, प्रतिहार, मौर्य, गुप्त काल की चीजें हैं. दूसरे तल पर आपको गुप्त काल से संबंधित वस्तु देखने को मिलेगी. तृतीय तल पर राजा हर्षवर्धन और जयचंद की गैलरी है. पर्यटकों के लिए यहां पर बहुत कुछ जानने वाला है. हड्डियों से बनी चूड़ियां, छोटे-छोटे शतरंज के प्यादे, प्राचीन काल की मुद्रिकाएं, अर्धनारीश्वर की प्रतिमा आदि देखने लायक हैं.