केरल में धर्मांतरण को लेकर बनी फिल्म दे केरला स्टोरी 5 मई को रिलीज हुई थी. फिल्म को पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने बैन कर दिया है. जिसको लेकर अब बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने राज्य सरकार पर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने पर निशाना साधा है. सांसद ने कहा ममता ने बहुत बड़ी गलती की है. वह बंगालियों को नहीं जानती है. अगर वह वह #TheKeralaStory पर प्रतिबंध लगा रही है, तो ऐसा लगता है कि ममता बनर्जी हिंदू विरोधी, भारत विरोधी और महिला विरोधी हैं.
चटर्जी ने एएनआई को बताया कि फिल्म आईएसआईएस पर आधारित है और कुछ नहीं. इसका मतलब है कि वह कुछ छिपाने के लिए इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश कर रही हैं. वह एक बंगाली फिल्म निर्माता सुदीप्तो सेन की एक फिल्म पर प्रतिबंध लगा रही है. वह बंगालियों के नाम पर वोट मांगती हैं, लेकिन मुसलमानों पर बनी एक फिल्म पर रोक लगा देती हैं. यह मुस्लिम वोटों के लिए किया गया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने मंगलवार 9 मई से राज्य में किसी भी नफरत और हिंसा की घटना से बचने के लिए सुदीप्तो सेन के निर्देशन में बनी फिल्म #TheKeralaStory पर बैन लगा दिया है. इसके साथ ही बंगाल फिल्म पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला राज्य बन गया है. बंगाल में फिल्म में बैन लगने के बाद से ही सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच राजनीतिक गतिरोध शुरू हो गया है. इस मामले पर बंगाल सरकार ने बताया कि राज्य में नफरत और हिंसा की घटना से बचने और शांति बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री ने ‘द केरला स्टोरी’ के प्रदर्शन पर तत्काल रोक लगाने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही कहा कि प्रतिबंध का उल्लंघन करने वाले किसी भी सिनेमा हॉल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सरकार ने कहा कि फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे केरल की महिलाओं को इस्लाम में धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया और इस्लामिक स्टेट में भर्ती किया गया, जिसने पहले ही एक राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है. बंगाल सरकार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई बीजेपी नेताओं ने फिल्म और इसके विषय पर बात की है. फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ एक समाज में आतंकवाद के परिणामों को उजागर करने की कोशिश कर रही है. खासकर केरल जैसे राज्य में जो मेहनती, प्रतिभाशाली और बौद्धिक लोगों के मशहूर है. प्रधानमंत्री ने पिछले सप्ताह कर्नाटक के बल्लारी में एक रैली में कहा था कि कांग्रेस पार्टी अब फिल्म पर प्रतिबंध लगाने और आतंकवादी तत्वों का समर्थन करने की कोशिश कर रही है. फिल्म के निर्माता विपुल शाह ने कहा है कि निर्माता बंगाल सरकार से प्रतिबंध के खिलाफ कानूनी रास्ता अपनाएंगे.