- बाजार समेत ग्रामीणांचलों में भी नहीं मिल रहा काम
जौनपुर धारा,शाहगंज। नगर से लगाय ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेरोजगारी बड़ी समस्या बन चुकी है। हालांकि यह समस्या कोरोना काल के बाद बढ़ता जा रहा है। कोतवाली चौक पर प्रतिदिन भोर से ही गांव-गांव से लोग काम की तलाश में लेबर मंडी में आ जाते हैं। जिसमें ज्यादातर राजगीर मिस्त्री लेबर होते हैं। एक मई को मजदूर दिवस पर भी 70 फीसदी से ज्यादा लोगों को घर लौटना पड़ा। बैरकडीह गांव निवासी राजमिस्त्री राधेश्याम बताते हैं कि महिनें में पन्द्रह से बीस दिन काम मिलता है। बाकी दिन बेरोजगारी काटते हैं। ऐसा ही कहना ओम प्रकाश बिन्द, मुन्ना राजभर, सुरेश कुमार, राम अचल आदि का भी है। वहीं नगर के गल्ला मंडी, कलक्टरगंज, गुप्ता गली, लोहा मंडी, सब्जी मंडी में प्रतिदिन रोजगार खोजने वाले दिख जायेंगे। आलम यह है कि पल्लेदार सुबह मंडी में आ जाते हैं। लेकिन काम का टोटा होने के चलते चंद रुपए कमा घर लौट रहे हैं। वहीं शिक्षित युवाओं की फौज सबसे ज्यादा परेशान हैं। सरकारी नौकरी मिलने से रहा। प्राइवेट कम्पनियां शोषण पर उतारू है। वहीं शिक्षा से जुड़े लोगों का सबसे ज्यादा शोषण इंग्लिश मीडियम स्कूल कर रहे हैं। भारी भरकम फीस तो चाहिए लेकिन शिक्षक और विद्यार्थियों की सुविधा का कोई ख्याल नहीं।