बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के आईसीयू में भर्ती मरीज की मौत पर परिजनों ने हंगामा करते हुए लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि मरीज मंगलवार की सुबह ठीक था और चल-फिर रहा था। अचानक उसे आईसीयू में भर्ती कर दिया गया। इस दौरान उसे ऑक्सीजन लगाया गया था, अचानक बिजली चली गई और कुछ देर बाद मरीज की मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक, देवरिया जिला के थाना मदनपुर के टड़वा गांव निवासी कर्ताराम सिंह (45) को झटके आ रहे थे। तीन दिसंबर को परिजनों ने इलाज के लिए भर्ती किया। मरीज के चचेरे भाई भोलू ने बताया कि सोमवार की रात कर्ताराम की स्थिति ठीक थी। मंगलवार की सुबह वह घरवालों से बात करते हुए चल-फिर रहे थे।
अचानक उन्हें ऑक्सीजन लगाकर मेडिसिन के वार्ड नंबर 14 के आईसीयू के बेड नंबर दो पर भर्ती कर दिया गया। आरोप लगाया कि भर्ती करने से मना किया गया, लेकिन डॉक्टर नहीं माने। इस बीच अचानक मंगलवार की शाम आईसीयू की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। थोड़ी ही देर बाद डॉक्टरों ने कर्ताराम को मृत घोषित कर दिया। इस बीच विरोध करने पर मेडिसिन डॉक्टरों ने अभद्रता करते हुए पुलिस भी बुला ली। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर जबरन बाहर करवा दिया। मौत की सूचना पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। वह मजदूरी करके परिवार चलाता था। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने कहा कि इस तरह की घटना की कोई जानकारी नहीं मिली है। अगर ऐसा हुआ है तो मामले की जांच कराई जाएगी। दोषी मिलने पर डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।