- धूल फांक रहा 3.35 लाख की लागत से बना प्याऊ समरसेबल व पानी की टंकी
- राज्यमंत्री के द्वारा किया गया था शिलान्यास, आज तक नहीं निकला पानी
जौनपुर धारा, जौनपुर। नगर पालिका क्षेत्र में भीषण गर्मी में कहीं भी प्याऊ की व्यवस्था नहीं की गयी है। इससे बाजार में खरीदारी करने आये हर वर्ग के व्यक्तियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नगर में तमाम स्थानों पर लगे इण्डिया मार्का हैण्डपम्प भी सूखे पड़े हैं। सुबह के 8 बजे से ही तापमान का पारा चढ़ने लगता है और दोपहर तक चरम स्थिति में पहुंच जाता है। नगर परिषद द्वारा शहर में कई जगहों पर बोरिग युक्त प्याऊ का निर्माण कराया गया है। वहां पानी टंकी में पानी को स्टोर भी किये जाने व एक साथ कई नल से जल निकलने की व्यवस्था है, लेकिन इसकी सही निगरानी एवं रख रखाव नहीं होने के कारण प्याऊ का कंठ सूखा हुआ है।

भीषण गर्मी से जनजीवन बेहाल है। ऐसे में शहर में नगर पालिका ने लोगों की प्यास बुझाने के लिए एक भी स्थाई सार्वजनिक प्याऊ की व्यवस्था नहीं की है। जिसके कारण लोगों को पानी पीने के लिए भटकना पड़ रहा है। करीब 10 दिन से तेज धूप व गर्मी से लोग हलाकान हो रहे हैं। इन दिनों नगर क्षेत्र में दिन में औसतन तापमान 46 से 49 डिग्री तक रह रहा है। भीषण गर्मी के इस दौर में पेयजल की महती आवश्यकता होता है। प्याऊ के अभाव में लोगों को बाजार से पानी खरीदकर प्यास बुझाना पड़ रहा है। पिछले वर्षों में प्याऊ की व्यवस्था अप्रैल का महीना शुरू होते ही हो जाती थी। लेकिन इस बार गर्मी ने अपने तेवर अप्रैल माह से ही दिखाने शुरू कर दिए, जिससे राहगीरों को अब रास्तों में ही प्यास की जरूरत महसूस होने लगी। मई माह खत्म होने वाला है। पारा भी 45 डिग्री के ऊपर पहुंच गया है, लेकिन अभी तक बाजार क्षेत्र में प्याऊ नहीं खुला है। घर से बाहर निकले लोग पानी नहीं मिलने से प्यास बुझाने के लिए बोतल खरीद रहे हैं। ऐसे में दीपक तले अंधेरा कहावाट को भी चरितार्थ होते देखा जा रहा है। बता दें कि कलेक्ट्रेट परिसर में जहाँ नियम कानून का पालन कराने के लिये तमाम अधिकारियों का बसेरा है वहीं एसपी ऑफिस के बगल में व जिलाधिकारी कोर्ट के सामने ही इंडिया मार्का का हैंडपम्प महिनों के खराब पड़ा है। कलेक्ट्रेट परिसर में जिले भर से लोगों का आवागमन रहता है।

बावजूद इसके आज तक वहाँ पानी की व्यवस्थाओं पर किसी भी अधिकारी ने जिम्मेदारी नहीं निभाई। एसपी ऑफिस के ठीक बगल में वर्ष 2022 में नगर पालिका द्वारा 3.35 लाख के लागत से प्याऊ समरसेबुल व टंकी का निर्माण कार्य किया गया था, जिसका शिलान्यास राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव ने किया था। जो शिलान्यास के बाद से ही खुद पानी की आस में पड़ा हुआ है। उक्त टंकी राहगीरों के लिये प्याऊ की व्यवस्था के लिये लगाई गई थी जो अब खुद की किस्मत पर आंसू बहा रहा है। नगरीय क्षेत्र में विभिन्न स्थलों पर लगाए गए इंडिया मार्का हैंडपम्प में अधिकांश हैंडपंपों की दशा बदहाल है। खराब हैंडपंपों के बारे में लोगों की ओर से जल निगम व नगर पालिका को जानकारी भी दी जा रही है, मगर इन्हें दुरुस्त नहीं कराया जा रहा है।
- केस एक : कलेक्ट्रेट परिसर में एसपी ऑफिस के बगल में नगर पालिका परिषद द्वारा 3.35 लाख की लागत से बनवाये प्याऊ समसेबल व पानी की टंकी खुद पानी के लिये तरस रहा है। जो अगर शुरू किया गया होता तो प्रतिदिन कलेक्ट्रेट परिसर में आने वाले हजारों राहगीरों को शुद्ध पानी की व्यवस्था पटरी पर आ जाती।
- केस दो : कलेक्ट्रेट परिसर में एसपी ऑफिस के सामने वर्षों पूराने लगे हैण्डपम्प में अब पानी नहीं निकलता वह सिर्फ धूल फांकता नजर आता है। जबकि उक्त हैण्डपम्प कभी कभी फरियादियों की प्यास बुझाने में अहम भूमिका निभाता रहा है। आज प्रशासन से उसे सूखा घोषित कर लाल निशान लगा दिया है।
- केस तीन : दीपक तले अंधेरा वाली कहावट को चरितार्थ होना कहा जाय तो शायद गलत नहीं होगा क्योंकि एक इण्डिया मार्का हैण्डपम्प जिलाधिकारी सभागार व कोर्ट के ठीक सामने लगा हुआ है, जो महिनों से सूखा पड़ा है। उक्त हैण्डपम्प की सुधि लेने वाला कोई नहीं है।