जौनपुर धारा, खुटहन। रामकथा पूरे मनोयोग से सुनने वाले मनुष्य को त्रैतापों से स्वतः मुक्ति मिल जाती है। उन्हें अध्यात्मिक और भौतिक सुख व शांति की प्राप्ति होती है। इस लिए निरंतर ही भगवान की पूजा कर और उनकी भक्ति करनी चाहिए। अपने जीवन काल में एक बार अवश्य श्रीराम कथा का श्रवण करना चाहिए। कथा श्रवण से हमारे जन्मों के पाप नष्ट होने के साथ साथ मन में आध्यात्मिक गुणों का संचार होता है। उक्त बातें यूनिक आइडिया एजूकेशन पब्लिक स्कूल मरहट के प्रांगण में आयोजित संगीत मय श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ में व्यास पीठ से श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए प्रख्यात कथा व्यास पं.धर्मराज तिवारी महराज ने कही। उन्होंने कहा कि चौरासी लाख योनियों में करोड़ों वर्षों तक विभिन्न शरीरों में भटकने के बाद अंत में मानव जीवन मिला है। इसकी सार्थकता तभी है जब हम इहलोक से मुक्ति प्राप्त कर लें। अन्यथा फिर उन्हीं योनियों में भटकना पड़ेगा। इस मौके पर सत्यनारायण सिंह, सुभाषचंद्र उपाध्याय, सुधाकर सिंह, दिनेश सिंह, सुरेन्द्र सिंह, सत्येन्द्र सिंह, गीता सोनी, राधा सोनी, प्रधान संतलाल सोनी, त्रिभुवन राणा सिंह, जय प्रकाश सिंह, राजेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।
― Advertisement ―
इरान में फंसी महिला सुरक्षित लौटी अपने वतन, व्यक्त किया आभार
परिवार में मिलने के बाद दोनों तरफ से छलक उठे आंसूजौनपुर। इरान में फंसी जौनपुर की फरीदा सरवत जब अपने परिवार से मिलीं तो...
त्रैतापो से मुक्ति का सहज मार्ग है श्री रामकथा
