- ठण्ड से ठिठुरे स्कूली बच्चों व आम जनमानस का आवागमन रहा जारी
जौनपुर धारा, जौनपुर। घने कोहरे की चादर से पूरा शहर ढका रहा। घना कोहरा होने से वाहनों की रफ्तार धीमी रही। वाहन चालकों को दिन भी लाइट जलाकर चलना पड़ा। गुरूवार की सुबह करीब पांच बजे से ही घना कोहरा छाना शुरू हो गया जो 11 बजे तक रहा। सुबह स्कूल, नौकरी व काम के लिए निकले लोगों को अपने वाहनों की लाइटें जलानी पड़ी। वाहन चालक धीरे-धीरे कोहरे को चीरते हुए आगे बढ़ रहे थे।

बच्चों को सुबह कोहरे के बीच स्कूल जाना पड़ा। हवा चलने से ठिठुरन बढ़ गई। ठंड बढ़ने से लोग जल्द ही बाजारों से काम निपटाकर घर जाते दिखे। जगह-जगह लोग अलाव तापते नजर आए, हालांकि प्रशासन के तरफ से अलाव की कुछ खास व्यवस्था नहीं दिखी, लेकिन क्षेत्रिय लोगों ने स्थानीय कूड़ों को ही अलाव का साधन बना लिया। कड़ाके की ठंड के कारण सुबह से शाम तक लोग परेशान रहे। सुबह करीब आठ बजे स्थिति यह थी कि 50 मीटर दूर तक की भी चीजें नहीं दिखाई दे रहीं थी। दस बजे तक तो घना कोहरा था। उसके बाद कोहरा भले कम हो गया, लेकिन धुंध बनी रही। हवा के कारण गलन भी काफी ज्यादा थी। कड़ाके की सर्दी के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। सुबह और शाम को टहलने वालों की संख्या में काफी कमी दिखी। हल्की ओस की बूंदों ने जनजीवन को प्रभावित किया। दोपहर बाद बढ़ी ठंड का कहर शाम को पूरे चरम पर था। ठंड से बचाव के लिए राहगीरों को अलाव ही एकमात्र सहारा नजर आ रहा था। बाजारों में प्रमुख सड़कों के किनारे कई स्थानों पर लोग अलाव से हाथ सेंककर ठंड से बचाव करते नजर आए। ठिठुरन वाली ठंड का सबसे अधिक प्रभाव बच्चों व बुजुर्गों पर पड़ रहा है। पूरे दिन कोहरे के बादल का मौसम बना रहा।