प्रयागराज. बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने ओवैसी की पार्टी एआईएम आईएम का दामन छोड़ दिया और बसपा की हाथी पर सवार हो गईं. शाइस्ता परवीन के साथ ही बेटा अहजम अहमद व दो अन्य बेटों ने भी बसपा की सदस्यता ग्रहण की. प्रयागराज के सरदार पटेल संस्थान में आयोजित बसपा के मंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में बसपा के मुख्य जोन इंचार्ज प्रयागराज, मिर्जापुर एवं लखनऊ मंडल घनश्याम चंद्र खरवार ने अतीक के परिवार को पार्टी ज्वाइन कराई. उन्होंने मंच से बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के बसपा में शामिल होने की घोषणा की. इसके बाद बसपा नेताओं ने शाइस्ता परवीन को बुके और पार्टी का झंडा देकर उन्हें पार्टी में शामिल कराया. हालांकि निकाय चुनाव टलने की वजह से शाइस्ता परवीन को प्रयागराज से मेयर पद का प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया लेकिन मंच से कई बार बसपा नेताओं ने उन्हें बसपा से मेयर का कैंडिडेट जरूर बताया. बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद शाइस्ता परवीन ने भी बसपा सुप्रीमो मायावती का आभार जताया.
उन्होंने कहा कि आज के आयोजन में मेरा कोई सहयोग नहीं है लेकिन बड़ी संख्या में लोग आए हैं जो साबित करता है बहुजन समाज पार्टी जवान और मजबूत है. उन्होंने कहा कि मैं भी जल्द ही अनुशासन सीख जाऊंगी. शाइस्ता परवीन ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे शौहर निर्दलीय विधायक होते थे बाद में उनकी मुलायम सिंह यादव से दोस्ती हो गई, इसलिए कभी अनुशासन नहीं सीख पाए. उन्होंने कहा कि दलित और मुसलमान को इकट्ठा करने की राजनीति डॉ अफरीदी साहब ने शुरू की थी जिसे बहन मायावती ने आगे बढ़ाया और कई बार प्रदेश में सरकार बनाई. शाइस्ता परवीन ने कहा कि मेरे शौहर अतीक अहमद ने हमेशा बहुजन समाज को पसंद किया है. स्वर्गीय कांशीराम और जंग बहादुर पटेल को वो देश और प्रदेश का दौरा कराते थे. मेरे शौहर हमेशा बहुजन समाज पार्टी में जाना चाहते थे और हमेशा दलित भाइयों से प्यार कर रहे हैं,वह दलित भाइयों को सम्मान देते रहे लेकिन नसीमुद्दीन जैसे बहुत से लोगों ने मेरे शौहर को बहन जी से दूर रखा लेकिन आज मौका मिला है. उन्होंने कहा कि ठाकुरों और ब्राह्मणों के साथ कई मुसलमानों की चाहत होती है कि दलित हमको देख कर खड़े हो जाएं, जबकि इस्लाम में यह जायज नहीं है. इस्लाम में बराबरी का दर्जा दिया गया है. शाइस्ता परवीन ने कहा कि यूपी के मुसलमानों की हालत बहुत खराब हो चुकी है. इन मुसलमानों को मैं बहुजन के झंडे के साथ लाऊंगी. उन्होंने कहा कि मुसलमानों का भी नशा उतर चुका है और वह रास्ता ढूंढ रहा है. मुसलमान मजबूरी में समाजवादी पार्टी के साथ लगा है. शाइस्ता परवीन ने कहा किअगर दलित और मुस्लिम एक दूसरे के साथ हो जाए तो पूरे हिंदुस्तान की तकदीर बदल सकती है. शाइस्ता परवीन ने कहा कि बहन जी ने मुझे मेयर का चुनाव लड़ाने को कहा है लेकिन मेरे मेयर बन जाने से कोई समस्या हल नहीं होगी जब तक बहन जी मुख्यमंत्री न बन जाएं. शाइस्ता परवीन ने कहा मेरे दो बेटे और पति पूर्व सांसद अतीक अहमद भी जेल में हैं. मेरे देवर पूर्व विधायक अशरफ बरेली जेल में बंद. उन्होंने कहा कि मेरा कोई साथी नहीं है. आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है. मेरे 13 बैंक खाते सीज हैं. मुझे अगर पार्टी ने चुनाव लड़ा दिया तो खुद आप लोगों को प्रत्याशी की तरह चुनाव लड़ना पड़ेगा. शाइस्ता परवीन ने कहा अगर आपने मुझे मेयर बना दिया तो दलित और मुसलमान भाइयों को सम्मान मिलेगा. शाइस्ता परवीन ने कहा कि मैं कुछ कर सकूं ना कर सकूं आपको इज्जत तो जरूर दिलाऊंगी. इस कार्यक्रम में शाइस्ता परवीन ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा लेकिन भाजपा को लेकर उन्होंने चुप्पी साधे रखा. पूर्व सांसद खरवार के मुताबिक अतीक और बीएसपी इस वक्त एक दूसरे की जरूरत बने हुए हैं. बीएसपी नेताओं ने मंच से कहा कि अतीक को लेकर पुराने सभी गिले-शिकवे अब दूर हो चुके हैं.