जौनपुर धारा,जफराबाद। नगर पंचायत के मोहल्ला दरीबा में मंगलवार को सुबह अपने घर में सुसाइड नोट लिखकर ई-रिक्शा चालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उक्त मोहल्ला निवासी नरेंद्र गिरी और पप्पू परिवार चलाने के लिए कर्ज लेकर एक वर्ष पूर्व ई रिक्शा खरीदा था। मेहनत कर ई-रिक्शा चला कर परिवार का खर्च चलाते थे। उसी कमाई से ई-रिक्शा के कर्ज को भी जमा कर रहे थे। बीते एक माह पूर्व उनके गाड़ी को किसी कारण आरटीओ ने से सीज कर दिया। माह से गाड़ी पुलिस लाइन में खड़ी थी। गाड़ी सीज होने की वजह से घर का खर्चा चलाना भी मुश्किल हो गया। ई-रिक्शा के कर्ज का दबाव भी बढ़ने लगा। पैसे का अभाव और कर्ज की परेशानियों से घिरे नरेंद्र गिरी को कुछ नहीं समझ में आया तो उन्होंने मंगलवार की रात को कर्ज से डूबे हुए होने तथा गाड़ी चीज होने के कारण से सुसाइड नोट लिखकर अपने घर के बाहरी हिस्से में लगे दरवाजे की कुंडी पर नायलॉन की रस्सी से फांसी के फंदे पर लटक कर अपनी जान दे दी। बुधवार को भोर में उनकी पत्नी चमेली देवी उनको चाय देने के लिए घर के बाहर आने लगी तो उन्होंने देखा कि पति फांसी पर लटके हुए हैं शोर मचाने पर गांव वाले मौके पर पहुंचे और सूचना पर पहुंची पुलिस ने नरेंद्र की गिरी को फांसी से नीचे उतारा। पास में रखें सुसाइड नोट व शव को कब्जे में ले लिया। नरेंद्र गिरी को दो बेटे और एक बेटी है। बड़ा बेटा गाजीपुर में रहकर कमाई करता है। एक दिव्यांग पुत्री हेमा 22 वर्ष तथा 18वर्ष के पुत्र साहिल व पत्नी की जिम्मेदारी इन पर थी। मामले में चौकी इंचार्ज मनोज राय से पूछे जाने पर उन्होंने बताया सुसाइड नोट के अनुसार कर्ज में होना कारण प्रतीत हो रहा है। मामले में छानबीन की जा रही है।
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ई-रिक्शा किया सीज तो कर्ज में डूबे चालक ने सुसाइड नोट लिखकर लगाई फांसी
