- पहले से ही जर्जर थे कई पोल, उपभोक्ताओं को सन्तुष्ट नहीं कर पाये जेई
- गिरे पोलों से पाँच नुकसान का लगाया जा रहा अनुमान
जौनपुर धारा, जौनपुर। बुधवार तड़के तेज आंधी तूफान के बीच हुई बरसात के चलते जिले के एक विद्युत उपकेंद्र की विद्युत आपूर्ति लड़खड़ा गई, जिसमें एक ही स्थान पर 11000 वाट सप्लाई के कुल 14 विद्युत खम्भे गिर गए हैं। इसके बर्ड बैंक फीडर के कई क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पूरे दिन ठप रही। समाचार लिखे जाने तक विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हुई थी।

जौनपुर डिवीजन के वर्डबैंक विद्युत उप केंद्र से कई माहल्ले के विद्युत आपूर्ति बाधित रही। बुधवार को तड़के 3 बजे के बाद चक्रवात की तरह आए आंधी-तूफान व मूसलाधार बारिश के दौरान उपकेंद्र से 14 विद्युत पोल गिरने से आपूर्ति ठप हो गई। इसके चलते लगभग पाँच लाख की क्षति का विभागीय आकलन किया जा रहा है। इसके चलते पूरे दिन विद्युत आपूर्ति नहीं होने से उपकेंद्र से जुड़े मोहल्लों में बिजली को लेकर हाहाकार मचा है। कई जगह लोग पानी तक के लिये तरस गये। वही देखा जाय तो इन सब के पीछे का कारण क्षेत्रिय अवर अभियंता, उप खण्ड अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के कार्य के प्रति उदासीनता भी बताई जा रही है। क्योंकि विभागीय अधिकारी शिकायतों का निस्तारण तो कर देंते है लेकिन विद्युत उपकरणों को दुरूस्त रखने के लिये कोई ठोस कदम नहीं उठातें है। जिसके कारण विभाग के उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी तक नहीं हो पाती कि कहाँ क्या गड़बड़ी है और पोल आये दिन जर्जर अवस्था में ऐसे ही बड़ी घटनाओं का कारण बनतें हैं। अधिशसी अभियंता की माने तो एक पोल से दो स्थानों की आपूर्ति हो रही थी और पोलों पर बैलेंस नहीं था, जिसके कारण यह घटना हुई। खम्भे 10 साल पूराने हो चुके थे तथा नीचे से जर्जर हो चुके थे। उनका यह भी मानना है कि जे.ई. और एसडीओ को क्षेत्र में लगातार इन चीजों पर ध्यान रखते हुए सुधारने का काम करना चाहिये। पूरे दिन बिजली नहीं मिलने से लोगों के घरों में लगे विद्युत उपकरण भी दवा के दगा दे गए हैं। बिजली नहीं होने से घरों में पानी के लिए भी हाहाकार मचा है। वही विद्युत पर आधारित कारोबार भी पूरी तरह से दिनभर ठप रहा। इस दौरान क्षेत्र के अवर अभियंता का फोन उठना बन्द हो गया था। लोगों का कहना है कि अवर अभियंता ने पोल गिरने के बाद लोगों को सन्तोष जनक जवाब नहीं दे पाये और विद्युत आपूर्ति बहाल कराने के लिये लम्बा-चौड़ा नियम बताना शुरू कर दिया।
आपूर्ति बहाल करने में दिनभर जुटे रहे कर्मचारी

आंधी तूफान के दौरान गिरे विद्युत पोलों को खड़ा करने के लिए दिन भर बिजली विभाग के कर्मचारी काम में जुटे रहें। विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए काम चलता रहा। लाइनमैन विद्युत पोलों को खड़ा करने के लिए दिनभर काम में जुटे रहे। जो विद्युत खंभे व तार टूट गए हैं उन्हें बदलकर नए विद्युत खंभे लगाने का काम दिन भर चलता रहा। खबर लिखे जाने तक आपुर्ति बहाल नहीं किया जा सका।
देर रात आये तेज आंधी-पानी के चलते वर्ड बैंक फीडर के कुल 14 पोल गिर गये है। जिनको दुरूस्त करने का काम जारी है। आपूर्ति बहाल करने में लगभग रात के 10 बज जायेंगे। इस दौरान वर्ड बैंक और पूरानी बाजार की आपूर्ति बाधित रही। उक्त पोलों से 11000 की सप्लाई चलाई जा रही थी।
उपखण्ड अधिकारी, अहियापुर, जौनपुर।
आंधी-पानी में गिरे 14 खम्भों के चलते विभाग को लगभग पाँच लाख का नुकसान हुआ है। इसमें बहुत से खम्बे पहले से ही जर्जर थे और नीचे से सड़ भी चुके थे। लेकिन जर्जर से ज्यादा जरूरी होती है पोल को टिकने की जगह जो पर्याप्त नहीं था। उन्होने कहा कि जर्जर पोलों को चिन्हित किया गया जिसमें कुल 400 पोल है। उनका काम भी जल्द शुरू किया जायेगा।
सन्तोष कुमार मिश्रा, अधिशासी अभियंता।
तेज आंधी-पानी के चलते वर्ड बैंक विद्युत उपकेंद्र से पोलों के क्षति होने के कारण कुछ क्षेत्रों के आपूर्ति प्रभावित है। आंधी तूफान के चलते दर्जन भर से अधिक विद्युत खम्भे गिर गए हैं। विद्युत खंभों को खड़ा करने के लिए दिन भर विद्युत कर्मी काम में जुटे रहे। पूरा प्रयास है कि जल्दी से जल्दी विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी जाए।
विवेक खन्ना, अधीक्षण अभियंता।