इस वक्त इजरायल और चरमपंथी समूह हमास के लड़ाकों के बीच चल रहे युद्ध ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है. दुनिया के कई देश अपने-अपने तरीके से युद्ध के प्रति प्रतिक्रिया दे रहें है. वहीं अगर युद्ध के हालातों पर गौर करें तो मरने वाले और घायलों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और हालात बद-से-बदतर होते जा रहे है.
ताजा जानकारी के मुताबिक हमास और इजरायल के युद्ध में अब तक 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 8,048 लोग घायल. इनमें से इजरायल में अकेले 1200 लोगों की जान गई है और 3,418 घायल हुए है. वहीं दूसरी तरफ गाजा में 900 फलस्तीनियों की मौत हुई है और 4500 घायल हुए हैं. गाजा से सटे वेस्ट बैंक में युद्ध ने कई लोगों की जिंदगी दाव पर लगा दी है. इस दौरान वेस्ट बैंक के इलाके में 21 लोगों की मौत और 130 लोग घायल हुए हैं. इसके अलावा लेबनान में भी 5 लोग मारे जा चुके हैं. इजरायल युद्ध में आक्रामक नीति के तहत जंग को अंजाम दे रहा है. वो लगातार मौकों पर गाजा पट्टी के इंसानी आबादी वाले इलाकों पर बम की बौछार कर रहा है. इस पर कल संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने कहा था कि इजरायली हवाई हमलों ने गाजा में बड़े टावर ब्लॉकों के साथ-साथ स्कूलों और संयुक्त राष्ट्र की इमारतों सहित आवासीय इमारतों को निशाना बनाया है. इससे आवासीय स्थल को काफी नुकसान पहुंचा है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार (10 अक्टूबर) को हमास के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि वो एक आतंकवादी संगठन है. वो फलस्तीनी लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए खड़ा नहीं है. इस पर फलस्तीनी समूह ने बाइडेन के टिप्पणी को भड़काऊ बताया. वहीं कल जो बाइडेन ने पीएम नेतन्याहू से फोन पर बात की और हालातों के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि दुनिया के हर देश की तरह इजरायल के पास भी क्रूर हमलों का जवाब देने का अधिकार और कर्तव्य है. आतंकवादी जानबूझकर नागरिकों को निशाना बनाते हैं और उनकी हत्या करते हैं. हम युद्ध के नियमों का पालन करते हैं.