- पांच बहनों का इकलौता था भाई
- घटना को लेकर हो रही तरह-तरह की चर्चाएं
- मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच करते हुए पीएम हाउस भेजा शव
जौनपुर धारा,सिकरारा। स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्रामसभा मधइपुर के गहनी गांव में लोग उस समय आश्चर्यचकित रह गए जब यह पता चला कि गांव में एक नाबालिक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। देखते ही देखते घटनास्थल पर लोगों की भीड़ एकत्रित होने लगी। वहीं घटना की सूचना किसी ने पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल के बाद शव का पंचनामा कर पीएम के लिए भेज दिया। घटना के सम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार उक्त गांव निवासी ओमप्रकाश सरोज अपनी पत्नी प्रमिला के साथ मुंबई में रहकर किसी कंपनी में दोनों मजदूरी करते हैं। जिनके पास कुल पांच पुत्रीयो के बाद एक लड़का पैदा हुआ था। जिसमें पहले पुत्री की मौत लगभग 10साल पहले हो चुकी थी, दूसरे नंबर की पूजा और तीसरे नंबर की पुत्री अंतिमा की शादी भी हो गई है। ओमप्रकाश की विधवा माता धनदैइ नाबालिक बच्चों के साथ घर पर ही रहती है। फरवरी महीने में आदर्श के माता-पिता घर पर आ गए थे हंसी खुशी से पूरा परिवार चल रहा था। इसी बीच 12फरवरी को माता-पिता घर से मुंबई निकल गए। इधर शनिवार को सुबह 8:00बजे के करीब 13वर्षी आदर्श घर के सामने लगे छप्पर में बास के सहारे नैनाल की रस्सी से फांसी का फंदा लगाकर अपनी इह लीला समाप्त कर ली। उसकी दादी और दोनों बहनें उस समय घर पर मौजूद नहीं थी। आधे घंटे बाद घर पर पहुंची तो आदर्श को देखकर सभी चिखने चिल्लाने लगे। उनकी आवाज सुनकर आस-पास सहित गांव के सभी लोग इकट्ठा हो गए। यह किसी के समझ में नहीं आ रहा था कि 13 वर्षीय बालक आदर्श आखिर क्यों फांसी लगा लिया। फिलहाल काफी कुरेदने के बाद यह पता चला कि दोनों उसकी नाबालिक बड़ी बहनों ने पढ़ाई के लिए उसे डांटा था। शायद इसी से वह इतना नाराज हो गया कि फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। माता-पिता को इस हृदय विदारक घटना की खबर दी जा चुकी है। इकलौते बूझे चिराग से सभी का रो-रोकर बुरा हाल है।