जौनपुर धारा, जौनपुर। बदलते परिवेश में लम्बी आयु का जीवन घटता जा रहा है। परंतु नियम, संयम और धर्म का पालन करने वाले पुराने लोग लम्बी आयु का जीवन जी रहे हैं। खुटहन क्षेत्र के दौलतपुर निवासी तथा मुम्बई के वरिष्ठ पत्रकार चन्द्रकान्त दुबे की दादी सावित्री देवी का आज सुबह निधन हो गया।

जीवन के 100 बसन्त देख चुकीं सावित्री देवी एक धर्म परायण एवं नियम संयम के साथ रहने वाली महिला थीं। छोटकी अम्मा के नाम से मशहूर सावित्री देवी का परिवार के साथ पूरे गांव में भी बड़ा सम्मान था। वे अपने पीछे पुत्र रामबली दुबे, जवाहर लाल दुबे, पौत्र दिवाकर दुबे, ईश नारायण दुबे, वशिष्ठ नारायण दुबे, शेष नारायण दुबे, कृष्णकांत दुबे, महेश नारायण दुबे, प्रभाकर दुबे, अरूण दुबे, सुधाकर दुबे, मनोज दुबे, सुनील दुबे, डॉ.विपिन दुबे, पत्रकार रामानन्द दुबे सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गयीं। परिजनों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर हुआ जहां मुखाग्नि उनके पौत्र ईश नारायण ने दिया।