- बाजारों में बढ़ी रौनक, गहना कोठी पर मेंहदी रचवाने के विशेष प्रबन्ध
जौनपुर धारा,जौनपुर। हरतालिका तीज पर सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखेंगी। इस पर्व का संबंध शिव जी और पार्वती जी से है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हरतालिका तीज का व्रत सर्वप्रथम मां पार्वती ने किया। जिसको रविवार को भी लेकर बाजारों में दुकानें खुली रहीं। दुकानों पर व्रती महिलाओं के लिये मेहंदी लगाने का दौर भी चलता रहा। इस त्योहार पर व्रती महिलाएं अपने पतियों की लम्बी आयु के लिये व्रत रखती है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार इस व्रत के प्रभाव से सौभाग्य में वृद्धि होती है। हरतालिका तीज का पूजन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है, ऐसे में स्त्रियां अभी से पूजा की सामग्री इकट्ठा कर लेतीं है। ताकी पूजा में किसी चीज की कमी न हो। यह व्रत भी अन्य दोनों व्रत के समान ही महत्व रखता है। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। हरतालिका तीज व्रत एक कठिन व्रत माना जाता है। इसमें महिलाएं निर्जला व्रत रखकर पति की लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार, हरतालिका तीज व्रत आज यानी 06 सितम्बर को रखा जा रहा है।

हरतालिका तीज का नाम सुनते ही महिलाओं एवं लड़कियों को एक अजीब सी घबराहट होने लगती हैं। वर्ष के प्रारम्भ से ही जब कैलेंडर घर लाया जाता हैं, कई महिलायें उसमे हरतालिका की तिथी देखती हैं। यूँ तो हरतालिक तीज बहुत उत्साह से म्ानाया जाता हैं, लेकिन उसके व्रत एवं पूजा विधी को जानने के बाद आपको समझ आ जायेगा कि क्यूँ हरतालिका का व्रत सर्वोच्च समझा जाता हैं और क्यूँ वर्ष के प्रारंभ से महिलायें तीज के इस व्रत को लेकर चिंता में दिखाई देती हैं। इस दौरान बाजारों में ज्वेलरी, सौंदर्य प्रसाधन, कपड़ा सहित सुहाग से जुड़े सामानों की खरीदारी के लिए को भी बाजार गुलजार रहें। पर्व के दौरान नए वस्त्र को पहनने की परंपरा है। ऐसे में कपड़ों और ज्वेलरी की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ दिखी। शहर के ओलंदगंज, कोतवाली, बदलापुर पड़ाव पालिटेक्निक चौराहा समेत ग्रामीण क्षेत्रों के बाजार स्थित दुकानों पर खरीदारों की भीड़ दिखी। दुकानों पर महिलाएं विशेष तौर पर श्रृंगार के सामानों की खरीद में अधिक व्यस्त दिखीं। सुबह से प्रारंभ हुई खरीदारी का दौर पूरे दिन चलता रहा। इस दौरान नगर के प्रतिष्ठित फर्म गहना कोठी ने महिलाओं के लिये हाथों में मेंहदी रचाने की विशेष सुविधाएं दे रखी थी। अधिष्ठाता विवेक सेठ ‘मोनू’ ने बताया कि विशेष अवसरों पर हम अपने ग्राहकों का विशेष ध्यान रखतें है। महिलाओं के लिये तीज के त्योहार अन्य शृगांर के साथ ही मेहंदी को अलग ही महत्व दिया जाता है। जिसमें हमने हमारे ग्राहकों को मेहंदी रचाने के लिये कहीं भटकना न पड़े इसका पूरा ख्याल रखा है। यह प्रक्रिया एक हफ्ते तक चलता रहेगा।