इंडस्ट्रियल रामलीला समिति कलाकारों द्वारा सीता स्वयंवर व श्रीराम विवाह मंचन
जौनपुर धारा, मुंगराबादशाहपुर। औद्योगिक क्षेत्र सतहरिया में इंडस्ट्रियल रामलीला समिति के तीसरे दिन मंगलवार की देर रात को रामलीला कलाकारों द्वारा सीता स्वयंवर व राम विवाह उत्सव के दृश्य का मंचन किया गया। रामलीला की शुरुआत मुख्य अतिथि मेला महासमिति के अध्यक्ष आलोक कुमार गुप्ता पिन्टू व विशिष्ट अतिथि चौकी इंचार्ज गंगा प्रसाद मिश्र व उमाशंकर गुप्ता ने भगवान श्रीराम की आरती उतारकर की। दृश्य में दिखाया गया कि भगवान राम स्वयंवर में जैसे ही प्रवेश करते हैं सब उनके मनमोहक रूप को देखकर मोहित हो उठते हैं। स्वयंवर में महाराजा जनक घोषणा करते हुए कहते हैं कि जो भी राजा धनुष का खंडन करेगा उस राजा से Dापनी पुत्री सीता का विवाह करेंगे। राजा जनक की घोषणा को सुनकर संसार के विभिन्न राज्यों से आए राजाओं ने एक-एक करके धनुष को खंडन करने का प्रयास किया लेकिन सभी राजा विफल रहे। धनुष का खण्डन तो दूर कोई भी राजा धनुष को हिला तक नहीं पाए। यह सब देखकर महाराजा जनक भरी सभा में एलान करते हैं कि विश्व में कोई भी वीर नहीं बचा जो इस धनुष का खंडन करेगा। उनकी बात को सुनकर भगवान राम के साथ मौजूद उनके भाई लक्ष्मण क्रोधित होते है। लक्ष्मण को क्रोधित होता देख भगवान राम ने उनको शांत किया।यह सब देखकर मुनि विश्वामित्र ने भगवान श्रीराम को आदेश दिया कि वह धनुष का खंडन करें। भगवान श्रीराम गुरु का आदेश का पालन करते हुए धनुष को तिनके के समान उठा कर उसका खंडन कर देते है। भगवान श्रीराम के द्वारा धनुष का खण्डन करते ही देवताओं के द्वारा पुष्प वर्षा के के साथ अभिनंदन किया जाता है। धनुष तोड़ने के बाद सीता ने भगवान राम के गले में जयमाला डाल दी। सभी देवी देवताओं ने पुष्प वर्षा कर दोनों को आशीर्वाद दिया। रामलीला मंचन में राम विवाह का उत्सव मनाया गया। संचालन राकेश मिश्रा ने किया। इस अवसर पर अध्यक्ष राजेश सिंह डिंपू, संरक्षक विनय सिंह पिंटू, शिवाजी सिंह, अनिल चौबे, इंजी.उमाशंकर गुप्ता, आलोक कुमार गुप्ता, सीबी श्रीवास्तव, कमला शंकर बिना, सुनील यादव, आशीष सिंह, राजेश शर्मा, आशुतोष मिश्रा, सूर्य प्रकाश गुप्ता, विजय दुबे व रोहित मौर्य आदि मंडल के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।