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Jaunpur Dhara News : नाबालिक किशोरी के प्रसव के बाद दाई ने नवजात शिशु बेचा

  • प्रसव के बाद स्टाफ नर्स ने घर के परिजनों से डॉक्टर के नाम पर की 4 हजार की मांग
  • मामला अधिकारियों के संज्ञान में आने पर नवजात को लाया गया वापस

36 घंटे बाद नाबालिक का नाम दर्ज नहीं किया गया हुई डिलीवरी

जौनपुर धारा (सोहन यादव)

जौनपुर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करंजाकला में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें एक नाबालिक ने नवजात बच्ची को जन्म दिया। जिसे प्रसूता के बिना सहमति से दायी ने बच्ची को पैसे पर बेच दिया, लेकिन जब मामला संज्ञान में आया तो मामला बढ़ता देर रात तक पुन: बच्ची को वापस मंगवाया गया। बिना रजिस्टर में दर्ज किए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव कराया गया था। प्रसव के 36घंटे बाद तक पीड़ित को चाय, ब्रेड, बिस्किट, दूध-दाल तक नहीं दिया गया।

बता दें कि सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 15वर्षीय किशोरी को प्रसव के लिए शनिवार को जननी सुरक्षा  केंद्र करंजाकला में भर्ती कराया गया और रविवार की सुबह एक बच्ची को नाबालिक ने जन्म दिया, प्रसूता के बिना बताए स्टाप नर्स और दाई ने मिल करके बच्ची को दूसरे को बेचने के लिए संपर्क करने लगा। पड़िता का आरोप है कि प्राथमिक स्वास्थ्य में स्टाफ नर्स ने डॉक्टर के नाम पर प्रसूता से 4 हजार का डिमांड किया न देने पर डिस्चार्ज से इन्कार किया। पैसे के लिए प्रसूता दाई के जरिए बच्ची को 10 हजार में दूधौड़ा गांव निवासी एक रिश्तेदार के हाथों बेच दिया। वह सुबह बच्ची को लेकर चला भी गया। इसके बाद बच्ची के खरीददार भदेठी की एक आशा ग्राहको को लेकर पहुंच गई। लेकिन मामला बढ़ता देख वह वहां से खिसक गई  इस दौरान शहर से भी बच्ची के खरीददार वहां पहुंचे थे। लेकिन बच्ची बिक जाने के बाद वह लौट गए। इस मामला जब अन्य जिम्मेदारों के पास पहुंचा, तो चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आन्नद प्रकाश ने फटकार लगाई, मामले की सूचना पुलिस को दी। इसके बाद बिकी हुई बच्ची को वापस मंगाया गया। रविवार की रात तक नवजात वापस आई, लेकिन प्रसूता की मां का आरोप है कि स्टाफ नर्स डॉक्टर के नाम पर 4 हजार की मांग किया न देने पर डिस्चार्ज करने से मना कर दिया। लेकिन कुछ घंटों बाद प्रसूता की मां ने अपना बयान किसी के दबाव में आकर बदल दिया। इसके बाद प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.आनंद प्रकाश ने बिना रजिस्टर में दर्ज करने के मामले पर डिलीवरी करने का कारण पूछा और स्पष्टीकरण मांग लिया। उधर प्रसूता के परिजनो की माने किशोरी लोक लाज व पैसों की जरूरत के चलते नवजात को बेचे जाने की बात स्वीकार की। क्योंकि बच्ची को जन्म देने वाली किशोरी अविवाहित है। मामले की जानकारी चिकित्सा प्रभारी ने पुलिस व सीएमओ को दे दी है।

मामला बहुत गंभीर है मेरे संज्ञान में आते ही मैं इस मामले की सूचना थानाध्यक्ष को लिखित दिया और स्टाफ नर्सो से अन्य जिम्मेदारों से स्पष्टीकरण मांग लिया है कि बिना रजिस्टर में दर्ज किए और हमें बिना सूचना दिए गए डिलीवरी कैसे कराई गई है। इसे गंभीरता से लिया गया है आगे और कार्रवाई की जाएगी।

डॉ आनंद प्रकाश

प्रभारी चिकित्सा प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र कंरजाकला

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