- मन्दिरों में तैयारियां पूरी, जितिया व्रत आज
जौनपुर धारा, जौनपुर। हिंदू धर्म में जितिया व्रत का अधिक महत्व है। यह व्रत पुत्र की लंबी आयु के लिए मुख्य रूप से रखा जाता है। इस जीवित्पुत्रिका व्रत बुधवार 25सितम्बर को पड़ रहा है। इस इस दौरान मां पुत्र प्राप्ति के लिए भी यह उपवास करती है। यह एक निर्जला व्रत है। अक्सर महिलाएं इस व्रत की तैयारी सप्ताह भर पहले ही शुरू कर देती हैं। हिन्दू मान्यता के अनुसार यह व्रत महाभारत के समय से रखा जाता आ रहा है। जब द्रोणाचार्य का वध हो गया था तो उनके बेटे अश्वत्थामा ने आक्रोशित होकर ब्रह्मास्त्र चला दिया था। जिससे अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ में पल रहा शिशु नष्ट हो चुका था। फिर अभिमन्यु की पत्नी ने ये व्रत किया और इसके बाद, श्रीकृष्ण ने शिशु को फिर जीवित कर दिया। तभी से महिलाएं अपने बच्चे की लंबी उम्र के लिए ये उपवास करती है। जीवित्पुत्रिका व्रत को हिंदू धर्म में बेहद महत्वपूर्ण और कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इस पर्व में माताएं अपनी संतानों के अच्छे स्वास्थ्य, उज्जवल भविष्य और लंबी आयु के लिए पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं। इस दिन माताएं भगवान जीमूतवाहन की पूजा करती हैं और अपनी संतानों के लिए आशीर्वाद मांगती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका व्रत रखा जाता है। इस साल 25 सितंबर 2024 यानी बुधवार के दिन जीवित्पुत्रिका व्रत रखा जाएगा। इस व्रत को करने से संतान को दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है और भगवान श्रीकृष्ण आपकी संतान की सदैव रक्षा करते हैं। माना जाता है कि इस महान व्रत को करने से संतान से जुड़ी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इस पर्व के मद्देनजर घाटों के किनारे मन्दिरों व अन्य पूजा स्थलों का इसकी तैयारियां तेज कर दी गई है। ऐसी मान्यता है इस पूजा में साफ-सफाई सहित अन्य परम्पराओं का विशेष ध्यान दिया जाता है। इस व्रत के लिये बाजार में एक दिन पहले से ही जितिया का धागा व अन्य पूजा सामग्री बिकना प्रारम्भ कर दिया गया है। सारी तैयारियां पूर्ण की जा चुकी है और आज महिलाएं अपने संतान की लम्बी आयु के लिये यह व्रत करेंगी।