- मृत्यु होने के उपरान्त भी रेफर करने का लगाया आरोप
जौनपुर धारा, जौनपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शुक्रवार को प्रसुता का प्रसव उपरांत मौत से लोगों का गुस्सा भड़क उठा। परिजनों का आरोप था कि मौत के बाद भी रेफर कर दिया गया। रात्रि साढ़े दस बजे शव जिला चिकित्सालय से शाहगंज लाया गया। जेसीज चौक पर जमा रहें परिजनों व ग्रामीणों ने वहीं एम्बुलेंस रोक लापरवाह चिकित्सक का विरोध कर कार्रवाई की मांग पर अड़ गये। इस दौरान रास्ते से गुजर रहे विधायक रमेश सिंह भीड़ देख रुक गये। आक्रोशित लोगों से जानकारी ली। परिजनों ने बताया कि महिला चिकित्सक डा आकांक्षा सिंह की लापरवाही से प्रसूता की मौत हुई है। विधायक ने कार्यवाही का आश्वासन दें लोगों को समझा बुझाकर सीएचसी भेजा। इसके बाद शव को सीएचसी लाया गया। मौके चिकित्सा अधीक्षक डा रफिक फारुकी समेत अन्य चिकित्सक एवं स्टाफ मौजूद रहे। मालूम रहे समीपवर्ती आजमगढ़ जनपद के पवई थाना क्षेत्र के खैरुद्दीनपुर के बहिरापार गांव निवासी रमाकांत यादव की 34वर्षीया पत्नी सुष्मिता प्रसव पीड़ा के बाद शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे चिकित्सालय लाई गयी। ढ़ाई बजे महिला ने पुत्र को जन्म दिया। इसके बाद जच्चा-बच्चा की तबीयत बिगड़ने लगी। बच्चे को नगर के ही एक चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। पति रमाकांत यादव का आरोप है कि महिला चिकित्सालय डा आकांक्षा सिंह को बार बार फोन किया जा रहा था। लेकिन उन्होंने आने में दो घंटा लगा दिया। इसके पूर्व इमरजेंसी में तैनात डॉ.संजीव यादव को बुलाया गया। उन्होंने ने परिजनों को बता दिया कि जच्चा की मौत हो गई है। जिसके बाद पहुंची महिला चिकित्सक व चिकित्सा अधीक्षक ने जीवित होने की बात बता कर उपचार शुरू कर दिया। इसी के बाद महिला को जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया था। परिजनों का आरोप है कि प्रसूता की मौत सीएचसी में ही हों गया था। लोगों को आक्रोश कों शांत करने हेतु जिला चिकित्सालय रेफर किया गया था। वहीं इस बाबत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.लक्ष्मी सिंह ने जांच का आदेश दिया है।