जौनपुर धारा, जौनपुर। विषेशरपुर पंचहटिया स्थित अवध पैरामेडिकल कालेज परिसर में शुक्रवार को लैम्पलाइटिगं व कैपेंगि सेरेमनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.राम अवध यादव पूर्व सीएमओ एंव महिला चिकित्सालय की नर्सिंग मैर्टन सिस्टर लालदेई ने कार्यक्रम का शुभारम्भ फलोरेंस नाइटिंगेल की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान बच्चो ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत किया। बच्चों नें अतिथियो का स्वागत गीत के साथ किया। मुख्य अतिथि डॉ.राम अवध यादव ने बच्चों को बताया कि यह कार्यक्रम छात्र नर्सेज को अपने नर्सिगं प्रोफेशन में सम्मलित करते हुये संकल्प दिलाया जाता है कि वे अपने कर्म के प्रति संवेदनशील एवं उनकी सेवा में सदैव तत्पर रहेंगे, मरीज की सेवा निःस्वार्थभाव से करेंगीं तथा किसी भी तरह का भेदभाव नही करेंगीं, और किसी षडयंत्र की हिस्सा नही बनेगें। नर्सिंग प्रोफेशन की स्थापना करने वाली महिला फलोरेंस नाइटिंगेल जिनका जन्म 12 मई 1820 को इंग्लैण्ड में हुआ था। उन्होने इंग्लैण्ड और रूस के बीच अक्टूबर 1853 से 1856 के क्रिमन युद्व के दौरान घायल हुए सैनिको की स्वास्थ्स सेवा निःस्वार्थ भाव से लैम्प लाइट की सहायता से किया। जिसके लिये फलोरेंस नाइटिंगेल को लेडी विथ द लैम्प की उपाधि से नवाजा गया। अवध पैरामेडिकल कालेज की प्रबन्ध निदेशिका डा.शकुन्तला यादव ने बच्चो को बताया कि बच्चे नर्सिंग प्रशिक्षण को पूरी श्रद्धा, इमानदारी एंव मेहनत से समझे-सीखे क्योकि भगवान के बाद डॉक्टर एवं स्टाफ नर्स को ही धरती का दूसरा भगवान समझा जाता है। कार्यक्रम में प्रिंसपल प्रो.आशा रानी ने नर्सिंग प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओ को जलती मोमबत्ती हाथ में लेकर स्वास्थ्य सेवा का निर्वहन पूरे इमानदारी व कर्तव्य निष्ठा के साथ करने के लिये शपथ ग्रहण कराया। कार्यक्रम मे संजय सिन्हा, आकाश मौर्या, सुनील यादव, मि.वर्तिका सिंह, मि.अजंलिना, मित्रसेन, पुनीत, विनोद, पंकज श्रीवास्तव, विक्टर एडिसन, रमेश कन्नौजिया आदि उपस्थित रहें।कार्यक्रम के समापन पर कालेज के निदेशक अखिलेश सिंह ने बच्चो व उनके अभिभावको सहित सभी आगन्तुको के प्रति आभार व्यक्त किया।
― Advertisement ―
इरान में फंसी महिला सुरक्षित लौटी अपने वतन, व्यक्त किया आभार
परिवार में मिलने के बाद दोनों तरफ से छलक उठे आंसूजौनपुर। इरान में फंसी जौनपुर की फरीदा सरवत जब अपने परिवार से मिलीं तो...
स्वास्थ्य सेवा ही मानव जीवन का सबसे बडा कर्तव्य : डॉ.शकुन्तला यादव

Previous article
Next article