भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार 24 फरवरी को लगातार छठवें दिन गिरावट के साथ बंद हुआ। इन 6 दिनों में बीएसई सेंसेक्स करीब 3 फीसदी या 15:30 अंक लुढ़क चुका है। निवेशकों के इस दौरान करीब सवा 8 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं। यह पिछले 8 महीनों में यह शेयर बाजार का सबसे खराब प्रदर्शन वाला हफ्ता है। लेकिन आखिर शेयर बाजार में यह गिरावट आ क्यों रही है? जानकारों का कहना है कि इसके पीछे घरेलू से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियां है। ग्लोबल लेवल पर आर्थिक सुस्ती, ब्याज दरों में बढोतरी, महंगाई के ऊंचे स्तर पर बने रहने आदि को लेकर चिंता बरकरार है। वहीं घरेलू स्तर पर अडानी ग्रुप के शेयरों की पिटाई ने निवेशकों के सेंटीमेंट को कमजोर करने में योगदान दिया है।
Geojit Financial Services के रिसर्च हेड, विनोद नायर ने बताया, “भारतीय शेयर बाजार में इस समय आत्मविश्वास की कमी दिख रही है। यही कार्य है कि अधिकतर ग्लोबल मार्केट्स के आज हरे निशान में रहने के बावजूद भारतीय बाजार लगातार छठवें दिन गिरावट के साथ बंद हुए। शुरुआती कारोबार में बाजार में कुछ तेजी दिखती है, लेकिन विदेशी निवेशकों (FII) की ओर से घरेलू बाजार में जारी बिकवाली इस लाभ को बनाए रखने में बाधा के रूप में काम कर रही है। नायर ने कहा, “इसके अलावा क्रूड ऑयल की कीमतें में हाल के दिनों में बढ़ी है।” भारत अपनी जरूरत का करीब दो-तिहाई तेल विदेशों से आयात करता है। ऐसे में क्रूड ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी को भारतीय इकोनॉमी के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। Kotak Securities के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (टेक्निकल रिसर्च) ने बताया, “कमजोर ग्लोबल संकेतों के चलते बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक की ओर से सतर्क नजरिया बरकरार रखने की संभावना ने बाजार के सेंटीमेंट पर असर डाला है। आने वाले दिनों में कई निवेशक अपनी लॉन्ग पोजिशन को खत्म करते हुए दिख सकते हैं। ऐसे में रूक-रूक कर गिरावट का सिलसिला बना रहने वाला है। Moolaah के फाउंडर और सीईओ, प्रखर पांडे ने बताया, “महंगाई का दबाव बना हुआ है। साथ में इस साल के अंत तक अमेरिकी इकोनॉमी में मंदी आने की संभावना भी बनी हुई है। इसे देखते हुए अमेरिका का केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में 0.25% की एक और बढ़ोतरी कर सकता है। शुक्रवार को कारोबार खत्म होते समय सेंसेक्स 141.87 अंक या 0.24% गिरकर 59,463.93 अंक पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 45.50 अंक या 0.26% लुढ़ककर 17,465.80 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी के शेयरों में अडानी एंटरप्राइजेज, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट रही।