- सावित्रीबाई फुले के जन्मदिन पर महिलाओ को किया गया जागरूक
जौनपुर धारा, केराकत। स्थानीय क्षेत्र के छितौना गांव में बुधवार को ग्रामीण व्िाकास संस्थान हथिनी की अध्यक्षता में आधुनिक भारत की पहली शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती पर महिलाओ को जागरूक कर शिक्षा के प्रति उन्हें प्रेरित किया गया। सौहार्द फेलो नीरा आर्या ने सावित्रीबाई फुले की चित्र पर माल्यार्पण कर महिलाओ को संविधान की उद्देशिका भेंट करते हुए बताया कि सावित्रीबाई फुले महान नायक,समाज सुधारक व शिक्षा की देवी है। वह आधुनिक भारत की प्रथम महिला शिक्षक है। उनके जीवन में ज्योतिबा के साथ-साथ उनकी मौसी सगुनाबाई एवं उनकी सहेली फातिमा शेख का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आज जरूरी नहीं कि सब लोग सावित्रीबाई फुले ही बने लेकिन उनके विचारों का अनुसरण करते हुए हमें शिक्षा की ज्योति को जलाए रखना होगा। उन्होंने कहा कि उस समय महिलाओ के लिए स्कूल खोलना पाप समझा जाता था तब सावित्रीबाई फुले ने हर जाति धर्म के लिए स्कूल खोल शिक्षा की अलख को जगाया। जब वे स्कूल में पढ़ाने जाती थी तो उनके विरोधी उनके ऊपर गोबर व पत्थर फेंकते थे जिस कारण वे स्कूल जाते समय एक साड़ी लेकर जाती थे और स्कूल पहुंच अपनी साड़ी को बदल लेती थी। हम सभी महिलाओ के लिए सावित्रीबाई फुले प्रेरणादायक की तरह है। इस अवसर पर बंधुता मंच से पूनम, धनरा देवी, साधना समेत भारी संख्या में महिलाएं मौजूद रही।