संसद में जब बसपा सांसद ने लिया आजम खान का नाम…

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उत्तर प्रदेश की अमरोहा लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान रोजगार, विकास के मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा. दानिश अली ने कहा कि 2014 में दो करोड़ रोजगार की बात की गई थी, बेरोजगारी बढ़ गई. सबका साथ, सबका विकास की बात की गई थी, आज विकास केवल अडानी का हुआ. उन्होंने किसान सम्मान निधि और किसान कल्याण के दावे को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि गन्ने का सीजन समाप्त होने को है. गन्ना चीनी मिलों पर पहुंच गया लेकिन अब तक यूपी की सरकार ने गन्ने का रेट तक तय नहीं किया. बसपा सांसद ने कहा कि गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रुपये चीनी मिलों पर बकाया है. उन्होंने राम रहीम को लगातार मिल रही परोल को लेकर भी सरकार को घेरा.

बसपा सांसद दानिश अली ने कहा कि ये बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देते हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा का एक बाबा है राम रहीम करके, इनकी सरकार रेप के दोषी इस बाबा को हर तीसरे महीने परोल पर रिहा करते हैं और उसके चरणों में बैठकर प्रवचन सुनने जाते हैं. दानिश अली ने कहा कि गुजरात सरकार ने बिलकिस बानो के रेप के दोषियों को चुनाव से पहले रिहा कर दिया. क्या यही इनका बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ है. उन्होंने हर जिले में मेडिकल कॉलेज के दावे पर कहा कि हमारे निर्वाचन क्षेत्र अमरोहा में मेडिकल कॉलेज तो छोड़िए, बिल्डिंग है लेकिन डॉक्टर और नर्स तक नहीं है. जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग चल रही है. इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी में भी ये मेडिकल कॉलेज नहीं खोल रहे. उन्होंने कानून मंत्री की ओर से सुप्रीम कोर्ट को लेकर बयानबाजी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि क्या आप तय करोगे कि न्यायपालिका किस तरह काम करे?

दानिश अली ने बुलडोजर का मुद्दा उठाया और कहा कि कोई क्राइम हुआ तो बिना ट्रायल आप बुलडोजर चला दोगे किसी को दोषी ठहराकर के? उन्होंने विपक्ष मुक्त भारत, मुस्लिम मुक्त विधायिका को सरकार का लक्ष्य बताया. दानिश अली ने आजम खान और लक्ष्यद्वीप के सांसद का भी सदन में जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से विधायिका पर दबाव बनाया जा रहा है, क्या न्याय की उम्मीद करेंगे. अमरोहा से बसपा के सांसद दानिश अली ने हेट स्पीच का भी मुद्दा उठाया और कहा कि हमारे पुरखों ने देश को आजाद कराने के लिए कुर्बानियां दी हैं. हिंदू-मुस्लिम-सिख-इसाई, सबने मिलकर इस देश का ताना-बाना बुना है. इस ताने-बाने को मत तोड़िए. हाथ जोड़कर आपसे अपील कर रहा हूं, मत तोड़िए. उन्होंने नाम बदलने की पॉलिटिक्स को लेकर भी नाराजगी जताई और कहा कि आपका कोई इतिहास नहीं इसलिए नाम बदलकर इतिहास बदलने की कोशिश कर रहे हैं.

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