शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म पठान रिलीज से पहले ही विवादों में घिरती नजर आ रही है. फिल्म के गाने ‘बेशरम रंग’ में दीपिका की ड्रेस को लेकर विरोध किया जा रहा है तो फिल्म पर बैन की मांग कर रहा है. सिर्फ हिन्दू संगठन ही नहीं कुछ मुस्लिम संगठनों ने भी इस फिल्म का विरोध किया है. मध्य प्रदेश के ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष काजी सैयद अनस अली ने कहा है कि अगर पठान फिल्म रिलीज हुई तो विरोध करेंगे. उलेमा बोर्ड ने ऐलान किया है कि पठान मूवी बर्दाश्त नहीं करेंगे क्योंकि इस फिल्म के अंदर मुस्लमानों का विरोध है. इस फिल्म को लेकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. वहीं हिन्दू सेना ने पठान फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि हमने सेंसर बोर्ड को इस संदर्भ में एक पत्र भी लिखा है अगर उस पर संज्ञान नहीं लिया गया तो फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया जाएगा और हमारा संगठन उग्र प्रदर्शन भी करेगा. हिन्दू सेना ने सिनेमा घर मालिकों को धमकी दी है कि अगर फिल्म रिलीज की गई तो नुकसान के खुद जिम्मेदार होंगे. संगठन ने सेंसर बोर्ड को भी चेताया है कि जिम्मेदारी से काम करे नहीं तो हिन्दू सेना को सेंसर बोर्ड के खिलाफ भी मोर्चा खोलना होगा. जयपुर के शाहपुरा में जयश्रीराम सेवा समिति फ़िल्म पठान के विरोध के उतर आई है. जयश्रीराम सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने शहर के पिपली तिराहे पर शाहरुख खान व दीपिका पादुकोण का पुतला फूंका तथा विरोध-प्रदर्शन किया. उन्होंने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को पत्र लिखकर फिल्म पठान पर बैन लगाने की मांग की है. जयश्रीराम सेवा समिति के संयोजक रमेश कुमावत ने कहा कि फिल्म पठान में दीपिका पादुकोण ने बिकिनी पहन कर साधु संतों और आस्था के प्रतीक भगवा रंग का अपमान किया है. हिन्दू संस्कृति व धर्म के साथ छेड़छाड़ व अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.