- जालसाजी के मामले में 17 अक्टूबर से था बंद
- सिकरारा के शेरवां का था मृत रामनाथ यादव
जौनपुर धारा, जौनपुर। जिला कारागार में निरुद्ध वृद्ध विचाराधीन बंदी की सोमवार की देरशाम हालत बिगड़ गई। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव अंत्येष्टि के लिए स्वजन को सौंप दिया गया। सिकरारा के शेरवां निवासी जालसाजी व धोखाधड़ी के आरोपित 72 वर्षीय रामनाथ यादव को पुलिस ने गत 16 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। चालान किए जाने पर न्यायालय ने 17 अक्टूबर को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था। शाम करीब सात बजे रामनाथ यादव ने सीने में दर्द व सांस फूलने की शिकायत की। जेल अधीक्षक एसके पांडेय ने बंदी रक्षकों की निगरानी में रात आठ बजे उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा। हालत गंभीर देखते हुए भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया। जेल प्रशासन की सूचना पर रामनाथ यादव के स्वजन भी आकर तीमारदारी में जुटे थे। मंगलवार को उच्च न्यायालय प्रयागराज में रामनाथ की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी। इससे पहले ही उपचार के दौरान मंगलवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे रामनाथ यादव की मौत हो गई। जेलर कुलदीप भदौरिया ने कहा कि हर सप्ताह जेल आने वाली डाक्टरों की टीम रामनाथ यादव का भी स्वास्थ्य परीक्षण करती रही।