ग्रेटर नोएडा में मंगलवार रात को एक महिला कांस्टेबल के साथ मोबाइल लूट और मारपीट के मामले में कमिश्नर ऑफ़ पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है. मामले में महिला कांस्टेबल की रिपोर्ट न लिखने पर नाराज सीपी लक्ष्मी सिंह ने एसएचो रबूपुरा को फोन पर ही सस्पेंड कर दिया और कहा कि उन्हें ऐसा अफसर नहीं चाहिए जो मामले को रफा-दफा करने में जुटा हो.
दरअसल, महिला कांस्टेबल अलका चौधरी 13 दिसंबर को ड्यूटी के लिए थाने जा रही थीं. तभी उन्हें अकेला पाकर एक शख्स ने पता पूछने के बहाने उन पर हमला कर दिया और मोबाइल लेकर फरार हो गया. वहीं जब महिला पुलिसकर्मी ने जब इसकी शिकायत रबूपुरा थाने में की तो एसएचो ने मुकदमा दर्ज करने के बजाय उसे रफा-दफा करने में लग गए. कमिश्नर ऑफ पुलिस लक्ष्मी सिंह को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए रबूपुरा एसएचओ को सस्पेंड कर दिया. दरअसल, महिला पुलिसकर्मी से एड्रेस पूछने के बहाने एक आरोपी ने पहले उसे खींचा और फिर मोबाइल लेकर मौके से फरार हो गया. हालांकि पुलिस का दावा है कि मोबाइल वहीं झाड़ियों से बरामद हो गया. इस मामले में गौतमबुद्ध नगर CP लक्ष्मी सिंह ने नाराजगी जाहिर करते हुए ज्वाइंट सीपी को भी फटकार लगाई। सीपी लक्ष्मी सिंह ने पूछा कि अब तक मुकदमा क्यों नहीं दर्ज किया गया. फोन पर ही सीपी ने जॉइंट सीपी को निर्देश दिया कि एसएचो को सस्पेंड करने का आदेश दिया और कहा कि उन्हें ऐसा अफसर नहीं चाहिए. साथ ही सीपी ने एसीपी से जवाब तलब किया और डीसीपी जोन 3 ग्रेटर नोएडा अभिषेक बर्मा को 1 घंटे में गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया है. सीपी लक्ष्मी सिंह का कड़ा रुख और स्पष्ट संदेश दिया है कि महिलाओं के प्रति किसी भी तरीके की कोई भी हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सीपी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा आखिर अबतक मुकदमा क्यों नहीं लिखा गया.