- 1975 में लागू इमरजेंसी के दौरान जेल गए थे जैतूराम

जौनपुर धारा, जौनपुर। विकासखण्ड करंजाकला के कुकुङीपुर गांव निवासी लोकतंत्र सेनानी जैतूराम यादव का अकास्मिक निधन हो गया। जिसकी खबर लगते ही जिला प्रशासन से आए नायब तहसीलदार व प्रशासनिक अधिकारियों ने राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंतिम विदाई दी। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। बता दें कि कुकुङीपुर निवासी 75वर्षीय जैतूराम यादव इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र बचाओ आंदोलन में कूद पड़े थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को इमरजेंसी लगाया था, उस इमरजेंसी के दौरान जैतूराम यादव जेल चले गए थे, उनके लोकतंत्र बचाव के अभियान में उनकी काफी सक्रिय भूमिका रही थी। जिसके लिए वह क्षेत्र में भी जाने जाते रहे हैं। जैतूराम का रविवार के भोर में उनके निवास स्थान कुकुङीपुर में निधन हो गया। जिसकी जानकारी लगते ही सदर नायब तहसीलदार नितिन कुमार सिंह, लेखपाल केसी मौर्या, प्रभात यादव, सरायख्वाजा पुलिस अन्य सहयोगियों के साथ घर पहुंच गए और उनके शव पर पुष्पा माला अर्पित कर श्रद्धांजलि सलामी दी गई। राजकीय सम्मान के साथ उनके विदाई दी गई। इस दौरान काफी संख्या में उनके लोग पहुंचे थे। जैतूराम सर्वजन इण्टर कॉलेज जंगीपुर के प्रबंधक जितेंद्र यादव के मामा थे। इस दौरान सपा के वरिष्ठ नेता लालचंद यादव लाले, दयाराम यादव, रामानंद, अमित यादव, अशोक, शेखर यादव, सुनील कुमार, चंदन यादव, अंकित, सुजीत, राम अजोर गौतम समेत काफी पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।