मेरठ. चौधरी चरण सिंह जिला कारागार मेरठ में अनोखा नजारा देखने को मिल रहा है. दरअसल बंदियों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए विभिन्न प्रकार के आयोजन किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में सेहतमंद रहने के लिए बंदियों ने जेल परिसर में ही हर्बल पार्क तैयार किया गया है. इस पार्क में विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियां लगाई गई हैं, ताकि जरूरत के हिसाब से उन जड़ी बूटियों से बंदियों की हर प्रकार की बीमारी को दूर किया जा सके.
मेरठ जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जेल परिसर में जो हर्बल पार्क उसमें जड़ी बूटियों की बात की जाए तो अजवाइन, सतावर, दालचीनी, हल्दी, एलोवेरा, अदरक, पुदीना, नीम, कच्ची हल्दी, आंवला, बेसिल, अकरकरा, तुलसी, काली तुलसी, स्टीविया, बेल, सहजन, गिलोय, जटामांसी समेत 45 प्रकार की जड़ी बूटियां लगाई गई हैं. इसके साथ संतरा, अनार, मौसमी और चीकू के पौधे भी लगाए गए हैं. इनकी देखभाल बंदियों द्वारा ही की जाती है. जेल परिसर में किस प्रकार जड़ी बूटियों का बेहतर उपयोग कर सेहतमंद रहा जा सकता है. इसके बारे में जेल में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में आयुर्वेदाचार्य द्वारा बंदियो को बताया जाता है. उनके द्वारा बताई गई पद्धति के अनुसार ही हर्बल पार्क को तैयार किया गया है. इतना ही नहीं समय-समय पर बंदियो द्वारा इन सभी जड़ी बूटियों का भी उपयोग किया जाता है. कोरोना काल में जड़ी बूटियां काफी काम आई थीं. बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस प्रकार से हर्बल पार्क तैयार किए गए हैं, ताकि बंदी जेल परिसर में सेहतमंद रह सकें. वहीं, मेरठ जेल में हर्बल पार्क के अलावा कई ऐसे कार्यक्रम आयोजित कराए जा रहे हैं, जिससे बंदियों के व्यवहार में बदलाव आए और वह फिर से बेहतर जीवन की ओर लौट सकें.