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मुंगराबादशाहपुर मंडी समिति विभागीय कर्मचारियों के लिए बनी चारागाह

  • बेखौफ संचालित हो रही दर्जनों अवैध दुकानों से प्रतिमाह होती है हजारों की अवैध वसूली

जौनपुर धारा,मुंगराबादशाहपुर। लगभग पांच एकड़ की आराजी में करोड़ो की लागत से बनी कृषि उत्पादन मंडी समिति विभागीय जिम्मेदार लोगों के लिए चारागाह बन गई है। आलम यह है कि मंडी समिति के सचिव के संरक्षण में बेखौफ होकर संचालित की जा रही दर्जनों अवैध दुकानों से जहां प्रतिमाह हजारों रुपए की अवैध वसूली की जा रही है। वहीं मंडी के दोनों गेटों पर तैनात किए जाने वाले सुरक्षा कर्मियों के माध्यम से मंडी से सामान लेकर जाने वाले वाहनों से प्रति वाहन 10 से 15 रूपए गेट पास के नाम पर वसूल किया जाता है। जिसकी जमा करने वाले को कोई रसीद  भी नहीं दी जाती है। लोगों की मानें तो मंडी समिति के दोनों गेटों से ही प्रति माह लगभग 20 हजार रुपए की अवैध वसूली गेट पास के नाम पर ही की जाती है। जबकि अवैध रूप से संचालित होने वाली दुकानों से होने वाली आय मंडी समिति के जिम्मेदार अधिकारियों की तिजोरियों के हवाले कर दिया जाता है। जहां तक जनसुविधाओं का सम्बन्ध है मुंंगराबादशाहपुर कृषि उत्पादन मंडी समिति परिसर में केन्द्र सरकार द्वारा चलाई गई जन कल्याण कारी  स्वच्छता अभियान की किरणे नही पहुंच सकी है। मंडी की सफाई व्यवस्था पर प्रतिमाह तकरीबन 20-22 हजार रूपये कागजो मे फूकने वाली इस मंडी की सफाई दुकानदारो/आढ़तियो को ही अपनी अपनी आढ़त/दुकान पर करनी पड़ती है। नालियों के अभाव में हल्की बारिश में ही मंडी की सड़कों पर जलजमाव हो जाता है। जिसके कारण कीचड़ से लबरेज सड़कों पर लोगों का पैदल चलना दुश्वार हो जाता है। मंडी परिसर मे आढ़तियों की सुविधा के लिए निर्मित कराए गए बैंक एवं डाकघर भवन कर्मचारियों के आवास बना दिए गए हैं। जबकि लोगों को अपनी रकम जमा करने नगर में खुली बैंको पर जाना पड़ता है। मंडी मे राशन गल्ला के नाम पर बनाये गये प्लेटफार्म व दुकाने शो पीस बनी है। यदि देखा जाए तो मंडी कर्मचारियो के लिए पूरी तरह चारागाह बन गयी है। मंडी के दोनो गेटो पर टाली से लेकर चार पहिया तर के वाहन से सब्जी लेकर जाने वाले वाहनों से 10 से 15 रूपये तक प्रति वाहन बिना कोई रसीद दिये वसूली की जाती है। जिससे होने वाली आय किसकी जेब मे जा रही है रहस्यमय बना है। इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर प्रभारी मंडी समिति सचिव ध्रुव चौधरी ने बताया कि मंडी गेट पर किसी भी प्रकार की वसूली करने का किसी कर्मचारी को अधिकृत नही किया गया है। फिर भी मंडी के गेटों पर तैनात किए गए सुरक्षा कर्मियों के माध्यम से यदि कोई अवैध वसूली हो रही है। तो इसकी जानकारी हमें नहीं है। इसकी जांच कर दोषी पाए जाने वाले लोगों के विरुद्ध नियमानुसार विभागीय कार्यवाही किए जाने की संस्तुति भेज दी जाएगी।

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