दिल्ली के मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि मनीष सिसोदिया को जमानत देने से इनकार करना और उसके बाद प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए समन भेजना, केवल आप को राजनीतिक रूप से फंसाने की चाल है.
एनडीटीवी के मुताबिक, उन्होंने कहा, “ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि वो चाहते हैं राजनीतिक रूप से आप से छुटाकारा मिल सके.” अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के मामले में पार्टी के पास कोई प्लान बी होने पर उन्होंने कहा, “अभी तक मुझे नहीं पता और मुझे नहीं लगता कि इसके बारे में कोई चर्चा हुई है. केजरीवाल हमारे नेता हैं और हम उनके निर्देशन में काम करेंगे. बीते दिन यानी मंगलवार (31 अक्टूबर) को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में आप नेता मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. इसके बाद पार्टी को बड़ा झटका लगा था. इसके कुछ घंटों बाद ही ईडी ने अरविंद केजरीवाल को ईडी ऑफिस में उपस्थित होने के लिए कहा. उन्हें 2 नवंबर को दिल्ली ऑफिस में बुलाया है. इस मामले पर सौरभ भारद्वाज ने कहा, “अरविंद केजरीवाल से पूछताछ होगी इसकी अपेक्षा पहले से थी. दो दिन पहले एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में मनोज तिवारी ने कहा था कि अगला नंबर अरविंद केजरीवाल का है और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. मुझे आश्चर्य है कि मनोज तिवारी को कैसे पता चला कि केजरीवाल को बुलाया जाएगा? इससे मुझे विश्वास हो गया कि यह राजनीतिक पटकथा है. गुरुवार (2 नवंबर) को जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ईडी दफ़्तर पूछताछ के लिए जाएंगे तो क्या वो गिरफ्तार हो सकते हैं? पार्टी नेता एक सुर में कहते हुए जरूर नजर आ रहे हैं कि पूछताछ के बहाने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी है. सूत्रों ने बताया कि सीएम केजरीवाल हर तरह की परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए कई विकल्पों पर चर्चा कर रहे हैं. आप नेता गोपाल राय से भी जब ये सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान बहुत सारे नेता अंदर चले गए थे, लेकिन लड़ाई नहीं थमी और अगर तानाशाह सबको जेल में बंद करवा रहा है तो इसका ये मतलब है कि तानाशाह खत्म होने वाला है.