- सुबह के समय झाड़ू लगाने वाले कर्मचारी को चाहिये अतिरिक्त शुल्क
- सुपरवाइजर की लापरवाही बढ़ा रही क्षेत्र की परेशानी
जौनपुर धारा, जौनपुर। शहर में डेंगू और मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों का खतरा नगर पालिका के सुपरवाइजर व सफाई कर्मी के उदासीनता के कारण बढ़ रहा है। जिसका परिणाम स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। नालियों की सफाई तो दूर की बात कायदे से सड़क पर झाड़ू तक नही लगाया जा रहा है। नगर पालिका के कुछ कर्मी सड़क पर झाड़ू लगाने के लिये नगर की जनता से अतिरिक्त शुल्क की आस लगाये रहतें है।

आज नगर के अधिकांश स्थानों पर समय से साफ-सफाई के अभाव में मच्छर जनित बीमारियों को स्पष्ट रूप से एक लचीली गतिविधियों में मच्छर जनित रोग नियंत्रण को बढ़ावा दे रही हैं। एक ओर जहां शासन एवं जिला प्रशासन स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जनता को जागरूक करने के साथ शौचालयों के उपयोग एवं साफ-सफाई रखने के लिये प्रेरित कर रहा है। वहीं दूसरी ओर जौनपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र में स्वच्छता के प्रति बरती जा रही उदासीनता एवं लापरवाही के कारण जगह-जगह कचरे का ढ़ेर लगा है और सार्वजनिक नालियां गंदगी से पटी पड़ी है। नगरवासियों के द्वारा इस अव्यवस्था के प्रति अनेक बार कई माध्यमों से आवाज उठाए जाने के बाद भी नगर पालिका प्रशासन की कार्यवाई विलुप्त ही दिखाई देती है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका के द्वारा सफाई के मद में प्रतिमाह लाखों रुपए की राशि खर्च की जा रही है। नगर के ताड़तला में मार्ग के किनारे की नालियों गंदे पानी एवं कचरे से भरी रहतीं है और प्रदूषण फैलाने का कार्य कर रही है। ताड़तला में तैनात सफाई कर्मी सुबह के समय झाड़ू लगाने के लिये अतिरिक्त शुल्क की मांग करतें हैं नहीं देने पर आधा-अधूरा कार्य झाड़ू लगाकर चल देतें हैं। जिसके जिम्मेदार क्षेत्र में सुपर वाइजर सलाउद्दीन को माना जा रहा है। स्थानीय सभासद के हस्तक्षेप के बाद ही सफाई कर्मी थोड़ा दुरूस्त होतें है लेकिन कुछ समय बीत जाने के बाद फिर से अपने पुराने ढर्रे पर आ जातें हैं। वहीं आये सुबह-सुबह क्षेत्र की जनता सड़कों के सफाई में जुट जाती है। क्षेत्र की जनता नगर के सफाई व्यवस्था चरमारने के पीछे नगर पालिका अध्यक्ष को जिम्मेदार मानती है। आम जनों में यह भी चर्चा होती रहती है कि इसके पूर्व के चेयरमैन माया दिनेश टण्डन के कार्यकाल में ये अनियमितता नहीं थी।