- मथुरा के सेल टेक्स कमिश्नर ने किया स्वागत
जौनपुर धारा, जफराबाद। अवतार एक ऐसा विज्ञान है जिसके बिना ईश्वर का विशेष ज्ञान संभव नही है। भगवान का अवतार लेना ईश्वरीय कृपा उदाहरण है। उक्त बातें जमैथा गांव के परमहंस आश्रम पर महंत राजन दास महाराज द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में अवध धाम से पधारे रामवल्लभाकुंज पीठाधीस्वर रामशंकर दास वेदान्ती महाराज ने कही। उन्होंने यह बातें श्रद्धालु श्रोताओं को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा का पान कराते हुए कही। श्री महाराज ने कहाकि जिस तरह संसार मे किसी गर्भवती स्त्री के उदर में जब पीड़ा होती है तो सन्तान का जन्म होता है। उसी तरह जब ठाकुर जी के परम प्रेमी भक्तों के हृदय में पीड़ा होती है तब परमात्मा का अवतार होता है। जब संसार में अत्याचार भ्रष्टाचार बढ़ जाता है। गाय गंगा गौरी की अस्मिता नष्ट होने लगती है। वेद और ब्राह्मण पर कष्ट आता है, ऋषिमुनियों का अपमान होता है, धर्म विलुप्त होने लगता है। तब प्रभू इस धरा धाम में अवतार लेते है और अत्याचारियों को नष्ट कर गाय गंगा गौरी की रक्षा कर धर्म की स्थापना करते है। देवता व दानवों में अंतर स्पस्ट करते हुए महाराज ने कहा कि जो स्वयं के अलावा समस्त जीवधारियों की भलाई के लिए जिये वह देवता है। इसके पूर्व अयोजक राजन महाराज ने वेदांती महाराज की आरती उतारकर पूजन किया। तत्पश्चात जमैथा गांव के निवासी मथुरा में सेल टैक्स कमिश्नर शिवआसरे सिंह, आशुतोष सिंह, प्रेमप्रकाश सिंह, राजदेव शुक्ला, डॉ. विनोद प्रसाद सिंह आदि ने माल्यर्पण कर स्वागत किया। इस मौके पर अजित प्रताप, आनंद सिंह, देवेंद्र सिंह, डॉ. रजनीकांत द्विवेदी, बीरबल सिंह, नरेंद्र प्रताप सिंह आदि सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।