किसी भी टीम को लीड करने के लिए किसी लीडर की जरूरत होती है. जो भी व्यक्ति टीम को लीड कर रहा होता है उसे बॉस नाम दे दिया जाता है. लेकिन आपको बता दें कि एक अच्छे बॉस और लीडर में बहुत फर्क होता है. अगर आप अपने टीम के लीडर बनने की जगह बॉस बनने की कोशिश कर रहे हैं तो मुमकिन है कि आपको टीम में कई लोग नपसंद करें. बॉस की जगह टीम लीडर बनने में ही असली कामयाबी है. आइए जानते हैं बॉस से कितना अलग होता है टीम लीडर.
आप जिसे बॉस कह रहे हैं जरूरी नहीं कि उसमें लीडरशिप क्वालिटी हों. हर एक बॉस में टीम को लीड करने की काबीलियत नहीं होती. हो सकता है कि आप टीम के बॉस हों लेकिन फिर भी टीम के लोग आपकी हर बात को न मानें. लेकिन अगर आप एक अच्छे टीम लीडर बनेंगे तो टीम में हर कोई आपकी तारीफ करेगा और साथ ही आपकी बातें भी मानेगा. कोई भी व्यक्ति बॉस बन सकता है लेकिन टीम मेंबर्स से खुद के लिए सम्मान हर कोई नहीं पा सकता. ऐसा तभी होता जब आप एक अच्छे टीम लीडर बनेंगे. आइए जानते हैं अच्छे टीम लीडर की खासियत.
हर टीम मेंबर की काबिलियत को पहचानना: अगर आप सिर्फ टीम के बॉस बनकर रहना चाहेंगे तो मुमकिन है कि आप अपनी टीम मेंबर्स की काबिलियत को न पहचान पाएं. लेकिन एक अच्छा टीम लीडर अपनी टीम के सभी लोगों की काबिलियत समझता है. वो उनसे उसी आधार पर काम भी करवाता है. ऐसा करने से टीम हमेशा सफलता की ओर बढ़ती है.
कठोर हुए बिना मजबूत बनें: अक्सर आपने सुना होगा कि अगर आप टीम लीड कर रहे हैं तो आपको टीम के लोगों के साथ थोड़ा कठोर व्यवहार रखना पड़ता है. लेकिन एक अच्छा टीम लीडर वही है जो टीम से बिना कठोर रहे अच्छे से काम करवाए. इसके लिए जरूरी है कि आप टीम मेंबर्स की परेशानी को समझें. उन्हें आदेश न दें बल्कि उन्हें समझाएं कि ये काम टीम के लिए क्यों और कितना जरूरी है. जब आप अपने टीम मेंबर्स को लॉजिक के साथ चीजें समझाएँदे तो आप पाएंगे कि आपके बिना कठोर हुए ही आपकी टीम सारे काम अच्छे से और समय पर कर रही है. जब आप टीम से कठोर होने लगते हैं तो आपके टीम मेंबर्स कहीं न कहीं बेमन होकर काम करने लगते हैं जिससे टीम की परफॉर्मेंस पर फर्क पड़ता है.
अपने टीम मेंबर्स को प्रोत्साहित करें: एक टीम तब ही अच्छा परफॉर्म करती है जब उसके मेंबर्स पूरे मन और लगन से काम करें. इसके लिए आपको टीम मेंबर्स को समय-समय पर प्रोत्साहित करने की जरूरत होती है. हो सकता है कई बार आपके टीम मेंबर्स किसी वजह से अच्छा फील न कर रहे हों या टीम में ही चल रही किसी बात से परेशान हों. ऐसे में आपको टीम मेंबर्स से बात करनी चाहिए और उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए.
टीम की परफॉर्मेंस की जिम्मेदारी लें: जब टीम अच्छा परफॉर्म करती है तो उसके लिए तो हर बॉस खुद श्रेय ले लेता है. लेकिन एक अच्छा टीम लीडर वही होता है जो टीम के खराब परफॉर्मेंस की जिम्मेदारी खुद पर ले. जरूरी नहीं होता कि हर बार आपकी टीम अच्छा प्रदर्शन करे. कई बार अलग-अलग कारणों से टीम की परफॉर्मेंस खराब होती है. ऐसे में खराब परफॉर्मेंस का दोष टीम मेंबर्स पर न लगाएं.