केरल के कोच्चि में एक कन्वेंशन सेंटर में हुए सीरियल ब्लास्ट के मामले में सोमवार (30 अक्टूबर) को पुलिस ने डॉमिनिक मार्टिन को गिरफ्तार कर लिया है. केरल ब्लास्ट के बाद खुद ही सरेंडर करने वाले मार्टिन को पुलिस ने यूएपीए और एक्सप्लोसिव एक्ट से जुड़ी धाराओं में गिरफ्तार किया है.
डॉमिनिक मार्टिन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव आकर केरल ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली थी. इसके बाद उसने पुलिस को सरेंडर कर दिया था. 29 अक्टूबर को कलामासेरी में हुए सीरियल ब्लास्ट में अब तक 12 साल की एक बच्ची समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई लोग घायल भी हैं. इस मामले में मार्टिन के सरेंडर करने के बाद से ही केरल पुलिस की ओर से अन्य एंगल पर भी जांच की जा रही है. वहीं, इस मामले पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि जांच सही ढंग से चल रही है. सीएम विजयन ने सोमवार को अस्पताल में घायलों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल भी जाना. पीटीआई-भाषा के मुताबिक, सीएम ने सोमवार को कहा कि राज्य में हाल में आयोजित इस्लामी समूह के कार्यक्रम को ऑनलाइन माध्यम से हमास नेता की ओर से कथित तौर पर संबोधित करने की जांच पुलिस करेगी और अगर कुछ भी गलत हुआ है तो उचित कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बीजेपी केवल फिलिस्तीन का समर्थन करने के लिए लोगों को झूठे मुकदमों में फंसा रही है. उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि इसकी अनुमति केरल में नहीं दी जाएगी. उन्होंने रेखांकित किया कि राज्य और देश ने हमेशा से फिलिस्तीन का समर्थन किया है और केवल अब केंद्र ने अपना रुख बदला है. विजयन का ये बयान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर के आरोपों को लेकर पूछे गए सवाल पर आया. बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया था कि न तो केरल की वाम सरकार ने और न ही पुलिस ने हमास नेता को संबोधित करने से रोका.