भारत अपने पहले ह्यूमन स्पेस फ्लाइट मिशन ‘गगनयान’ के लिए तैयार है. मिशन गगनयान के लिए 4 एस्ट्रोनॉट्स को ट्रेनिंग दी गई है. पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को चारों एस्ट्रोनॉट्स के नामों का ऐलान किया. केरल के तिरुवनंतपुरम के विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर में पीएम मोदी ने इन एस्ट्रोनॉट्स का परिचय कराया. पीएम ने खुद इन्हें ‘एस्ट्रोनॉट्स विंग्स’ पहनाए. जिन एस्ट्रोनॉट्स को ‘गगनयान मिशन’ पर भेजा जाएगा, उनमें- ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला शामिल हैं. चारों की ट्रेनिंग रूस में हुई है.
चुने गए चारों एस्ट्रोनॉट्स इंडियन बेंगलुरु स्थित एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम टेस्टिंग एस्टेब्लिशमेंट के टेस्ट पायलट्स हैं. खास बात यह है कि इसमें लखनऊ के रहने वाले शुभांशु शुक्ला भी शामिल हैं. शुभांशु शुक्ला के ससुर बृजमोहन मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पूरा परिवार इस वक्त दिल्ली में है. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पूरा परिवार दिल्ली गया था. उन्होंने बताया कि लखनऊ लौटने में दो हफ्ते का वक्त उनके परिवार को लग जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि लखनऊ के त्रिवेणी नगर में शुभांशु शुक्ला का पूरा परिवार रहता है लेकिन इस वक्त सभी दिल्ली में हैं.
ऐसा रहा अब तक का सफर
उन्होंने बताया कि शुभांशु शुक्ला ने लखनऊ के अलीगंज सेक्टर-ओ के सीएमएस स्कूल से पढ़ाई की थी. उनका का जन्म 10 अक्टूबर 1985 में हुआ था. उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) से ग्रेजुएशन किया फिर 18 दिसंबर 2004 में इंडियन एयरफोर्स में तैनात हुए. उन्होंने रूस की राजधानी मॉस्को के यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग हासिल की है. विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला Su-30 MKI,MiG-21, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और An-32 एयरक्राफ्ट उड़ा चुके हैं.
पिता जैसा बनना चाहता है बेटा
बृजमोहन मिश्रा ने बताया कि उनकी बेटी कामना शुक्ला की शादी शुभांशु शुक्ला के साथ 2009 में हुई थी. दोनों का एक बेटा भी है जिसका नाम कियास है, जिसकी उम्र लगभग 5 साल है. उन्होंने बताया कि उनके दामाद शुभांशु शुक्ला के लिए पूरा परिवार बेहद खुश है सभी को गर्व महसूस हो रहा है खास तौर पर उनकी बेटी यानी शुभांशु शुक्ला की पत्नी कामना शुक्ला बेहद भावुक हो गई है साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि शुभांशु शुक्ला का बेटा कियास़ भी अपने पिता जैसा बनना चाहता है.