जौनपुर धारा,जौनपुर। प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल, समालखा में निरंकारी परिवार का 77वां वार्षिक संत समागम 16, 17 एवं 18 नवंबर को आयोजित होगा। निरंकारी संत समागम के विशाल रूप को प्रभावशाली और सुचारु रूप से आयोजित करने के लिए निरंकारी मिशन के भक्त एवं सेवादार देश के कोने-कोने से महीनों पहले ही आकर अपनी निष्काम सेवाएं समर्पित करते हुए तैयारियों में जुट जाते हैं। समागम सेवाओं का यह दृश्य अपने आप में अत्यंत प्रेरणादायक और मनोरम होता है। यह जानकारी स्थानीय मीडिया सहायक उदय नारायण जायसवाल ने देते हुए बताया कि आध्यात्मिकता का आधार लिए इस समागम पर प्रेम, शांति और एकत्व का सन्देश दिया जाता है, जो निसंदेह समस्त मानवता के कल्याण के लिए होता है। सर्वविदित है कि इस संत समागम की भव्यता केवल इसके क्षेत्रफल से रेखांकित नहीं होती, बल्कि यहाँ देश-विदेश से पधारने वाले लाखों श्रद्धालु भक्तों के भावों से इंगित होती है। निरंकारी संत समागम मानवता का एक ऐसा दिव्य संगम होता है जहां धर्म, जाति, भाषा, प्रांत और अमीरी-गरीबी आदि के बंधनों से ऊपर उठकर सभी मर्यादित रूप से प्रेम और सौहार्द के साथ सेवा, सुमिरण और सत्संग करते हैं। संत निरंकारी मण्डल के सचिव जोगिन्दर सुखीजा ने बताया कि सभी संतों के रहने, भोजन, शौच, स्वास्थ्य, सुरक्षा, आगमन-प्रस्थान व अन्य सभी मूल-भूत सेवाओं की तैयारी की जा रही है। राज्य के प्रशासन से भी हर प्रकार का सहयोग प्राप्त हो रहा है और समागम के आयोजन से जुड़े हर वैधानिक पहलू को ध्यान में रखते हुए ही सारी व्यवस्था की जा रही है।
― Advertisement ―
जलजमाव से बचाने के लिए गांववासियों ने खुद करवाई नाली की खुदाई
जौनपुर। मछलीशहर विकास खण्ड के चितांव गांव के ग्रामीणों ने बिना किसी सरकारी सहायता के गांव के लोगों ने जलजमाव से निजात पाने के...
निरंकारी संत समागम का 77वें वार्षिकोत्सव 16 नवम्बर से
