- वाहनों से बत्तियां तो उतर गई मगर अब भी नहीं हटे हूटर
जौनपुर धारा, जौनपुर। सत्ता की हनक के चलते कथित सत्ता दल नेताओं द्वारा पार्टी का झंडा और हूटर लगाकर छवि खराब करने के मंसूबे भांपकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भले ही पर कतर दिए हों लेकिन यहां तो ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो फोर व्हीलर के बोनट पर झंडा लगाकर हुटर बजाते हुए धड़ल्ले से घूम रहे हैं। अगर गाड़ियों पर सत्ता पक्ष का झंडा लगा देखना हो तो शहर के किसी चौराहे पर थोड़ी देर के लिए खड़े हो जाएं तो इस तरह की अनेक गाड़ियां दिख जाएंगी। ये लोग गाड़ियों पर झंडा लगाकर रुतबा दिखाते घूमते हैं। वाहनों से लाल-पीली बत्तियां उतारकर प्रधानमंत्री ने वीआईपी कल्चर खत्म करने की कोशिश जरूर की थी। लेकिन इतनी आसानी से यह कोशिश कारगर होती नहीं दिख रही। इधर बत्तियां भले उतर गई हो लेकिन हूटर अब भी लगे हुए हैं। इसे देखकर कहा जा रहा है कि जब बत्तियां ही नहीं रही तो हूटरों का क्या काम? यहां अधिकांश अफसरों के वाहनों पर हूटर लगे हुए है। कई भाजपा नेता भी ऐसे हैं जिनके वाहनों पर हूटर लगे हुए हैं और रोड से गुजरते वक्त इन वाहनों के हूटर बजते रहते हैं। कुछ आपातकालीन वाहनों पर लॉ एंड ऑर्डर में लगे वाहनों व पुलिस की गाड़ियों, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड आदि को छोड़कर कोई भी हूटर नहीं लगा सकता है। जौनपुर के नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक तथाकथित नेताओं के गाड़ियों पर पार्टी का झण्डा व हूटर आये दिन देखा जा रहा है। भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में हूटर बजाकर महौल बनाने का प्रयास करने वाले ये लोग सड़कों पर दबंगई करते है। यह कृत्य कर कुछ लोग सत्ता पक्ष की छवि खराब कर रहें है। सूत्रों की माने तो इस बात के खिलाफ सीएम भी रहतें हैं।