दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार सुबह दिल्ली के कई इलाके धुंध की चादर में लिपटे हुए नजर आए। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार आईटीओ, भीकाजी कामा प्लेस और आनंद विहार क्षेत्र में धुंध में प्रदूषण का स्तर ‘बहुत खराब’ और ‘खराब’ श्रेणी में रखा गया है।
पीडब्ल्यूडी के वाहन राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में धूल प्रदूषण को कम करने के लिए जीआरएपी-1 के अनुपालन में पानी का छिड़काव कर रहे हैं। वहीं यमुना नदी भी दूषित होती जा रही है। कालिंदी कुंज में यमुना नदी के पानी के ऊपर झाग दिखाई दे रहा है। आनंद विहार इलाके में कोहरे की घनी चादर छा गई है। जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक गिरकर 334 पर आ गया है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा गया है। इसके अलावा, अक्षरधाम इलाके में 334, भीकाजी कामा प्लेस में धुंध की एक पतली परत छा गई। जिससे यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक गिरकर 273 पर आ गया है। वहीं आईटीओ का एक्यूआई गिरकर 226 पर आ गया है। इसके अलावा इंडिया गेट का यु गुणवत्ता सूचकांक 251 भी दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार ‘खराब’ श्रेणी में आने वाला Aैंघ् लंबे समय तक संपर्क में रहने वाले अधिकांश लोगों को सांस लेने में तकलीफ़ का कारण बन सकता है, जबकि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आने वाले लोगों को लंबे समय तक सांस संबंधी बीमारियों का ज़्यादा जोखिम होता है।
फिलहाल सुधार की उम्मीद नहीं
वायु गुणवत्ता स्तरों को इस प्रकार वर्गीकृत करता है। 0-50 को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ माना जाता है। मौसम संबंधी पूर्वानुमान संकेत देते हैं कि आने वाले दिनों में प्रतिकूल मौसम की स्थिति बनी रहने की उम्मीद है और रविवार तक प्रदूषण का स्तर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि हवा की वर्तमान दिशा के कारण दिल्ली का तापमान इस समय सामान्य से अधिक बना हुआ है।