भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही टी20 सीरीज खत्म हो चुकी है. इस सीरीज में टीम इंडिया ने 4-1 से जीत हासिल की है. वनडे वर्ल्ड कप के तुरंत बाद हुई इस टी20 सीरीज के मायने अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिहाज से काफी ज्यादा है. टीम इंडिया को इस सीरीज से रवि बिश्नोई जैसा स्पिन गेंदबाज, यशस्वी जायसवाल और रुतुराज गायकवाड़ जैसे शानदार ओपनर, सूर्यकुमार यादव जैसा कप्तान, और रिंकू सिंह जैसा फिनिशर भी मिला है. ये सभी खिलाड़ी आने वाले टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं.
खासतौर पर रिंकू सिंह ने इस सीरीज में काफी लोकप्रियता हासिल की है. इसका कारण है कि उन्होंने कई बार अंत में आकर ठंडे दिमाग से बल्लेबाजी की है, और टीम के लिए पारी की शानदार फिनिशिंग की है. उनके फिनिशिंग स्टाइल को देखकर लोग उनकी तुलना दुनिया के महान फिनिशिर महेंद्र सिंह धोनी से भी करने लगे. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए आखिरी टी20 मैच में रिंकू सिंह के नाम पर भी एक खराब रिकॉर्ड दर्ज हुआ, जो पहले कभी नहीं हुआ था. दरअसल, इस मैच में रिंकू की बल्लेबाजी काफी जल्दी आ गई. टीम इंडिया ने सिर्फ 46 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे, और उसके बाद रिंकू सिंह को मैदान पर भेजा गया. इस बार रिंकू को टीम के लिए शानदार फिनिशिंग नहीं, बल्कि मुश्किल में फंसी टीम की पारी को संभालना था. रिंकू ने 7 गेंदों में एक चौके की मदद से 6 रन बना चुके थे. तभी टीम की पारी में तेजी लाने के लिए वह एक बड़ा शॉट लगाने चले गए, लेकिन तनवीर सांघा की गेंद पर वह अच्छी टाइमिंग नहीं कर पाए और टिम डेविड को अपना कैच थमा बैठे.इस कारण रिंकू सिंह 8 गेंदों में 6 रन बनाकर आउट हो गए, ऐसा उनके अंतरराष्ट्रीय करियर में पहली बार हुआ कि वह सिंगल डिजिट स्कोर पर आउट हो गए हैं. इससे पहले उन्होंने हमेशा डबल डिजिट में स्कोर बनाया था. हालांकि, इस एक मैच के स्कोर से रिंकू सिंह के प्रतिभा पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई इस सीरीज में अपना टैलेंट दिखाया है, और अब बारी साउथ अफ्रीका जाकर, वहां की पिचों पर साउथ अफ्रीकन गेंदबाजों के सामना अपना टैलेंट दिखाने की है.