कोरोना महामारी की भयानक स्थिति का सामना करने के बाद अब पूरी दुनिया इस पर विचार कर रही है कि भविष्य में कोई ऐसी महामारी सामने न आ पाए. इस पर विचार करने के लिए और भविष्य में आने वाली समस्याओं को लेकर चर्चा करने के लिए देश और दुनिया भर के माइक्रो बायोलॉजी के एक्सपर्ट झांसी में एकत्रित होने जा रहे हैं. झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में एसोसिएशन ऑफ माइक्रो बायोलॉजिस्ट ऑफ इंडिया की इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस होने जा रहा है. यह कॉन्फ्रेंस 1 दिसंबर से 3 दिसंबर तक आयोजित होगा.
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. ऋषि सक्सेना ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में देश के 24 से अधिक राज्यों और कई देशों के जाने माने माइक्रो बायोलॉजी के एक्सपर्ट आएंगे. तीन दिन तक चलने वाले इस कॉन्फ्रेंस में माइक्रो बायोलॉजी के विभिन्न आयामों पर चर्चा की जाएगी. मेडिकल का क्षेत्र हो या भोजन का क्षेत्र हो, बात नए प्रयोगों की हो या कृषि विज्ञान की, इन सब में माइक्रो बायोलॉजी का योगदान कैसे होगा इस पर बात की जाएगी. कार्यक्रम में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ही रक्षा मंत्रालय, विज्ञान मंत्रालय, डीआरडीओ जैसे कई संस्थान भी हिस्सा लेंगे. डॉ. ऋषि सक्सेना ने बताया कि माइक्रो बायोलॉजी की पढ़ाई कर रहे युवाओं को इससे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा. वह चाहे तो अपना रिसर्च पेपर भी यहां प्रेजेंट कर सकते हैं. इस कार्यक्रम में बाहर से आने वाले लोगों को बुंदेली कला और बुंदेली संस्कृति के बारे में भी जानने का अवसर मिलेगा. कार्यक्रम में हिस्सा लेने की इच्छा रखने वाले युवाओं को रजिस्ट्रेशन कराना होगा. ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है.