कहते हैं कि ‘जाको राखे साइयां…मार सके ना कोई’ यह कहावत ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर उस वक्त सही साबित हुई, जब प्रसव पीड़ा से महिला तड़प रही थी. इस दौरान उसका पति लोगों से मदद की गुहार लगा रहा था. तभी अचानक से ड्यूटी जा रही दो नर्स ने इन्हें देखा और इस महिला ने सड़क किनारे फुटपाथ पर ही अपने सॉल का घेरा बनाकर नॉर्मल डिलीवरी करा दी. इसके बाद नवजात शिशु और मां को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इन दोनों की हालत स्थिर है. वहीं अस्पताल के सीनियर डॉक्टर ने दोनों नर्स के इस काम की सराहना करते हुए 51-51 सौ रुपए का चेक देकर सम्मानित किया.
चौंक पर प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी महिला
आपको बता दें कि मंगलवार दोपहर में नर्स रेनू और शारदा अस्पताल में ड्यूटी के लिए जा रही थी. उसी समय परी चौक पर प्रशांत अपनी पत्नी रोशनी, जो प्रसव पीड़ा से बुरी तरह तड़प रही थी, उसकी मदद के लिए लोगों से गुहार लगा रहा था. ये नजारा देख रेनू ने अपनी फ्रेंड नर्स ज्योति को फोन कर बुलाया. इसके बाद दोनों ने वहीं फुटपाथ पर एक-दो अन्य महिलाओं की मदद से खुद की सॉल से घेरा बनाया और नॉर्मल डिलीवरी करवाई. उसके तुरंत बाद नर्स को लगा कि रोशनी को इलाज की शख्त जरूरत है, तो ऑटो बुक करके शारदा अस्पताल में भर्ती कराया. अब अस्पताल में नवजात शिशु और मां पूरी तरह स्वस्थ हैं.
सिजेरियन की वजह से घर चले गए थे कपल
शारदा अस्पताल की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रुचि श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी नर्सों ने डिलीवरी के बाद अस्पताल में फोन कर दिया था. जैसे ही वो महिला और बच्चे को लेकर आएं, हमने तुरंत इलाज शुरू कर दिया. बच्चे का वजन करीब 2.50 किलो है और महिला का यह दूसरा बच्चा है. डॉक्टर ने कहा कि किसी अन्य अस्पताल में वो भर्ती थी. ऑपरेशन के लिए बोला था, जिसकी वजह से वो अपने घर लुक्सर चले गए और रात में महिला को लेबर पेन हुआ.
महिला की नॉर्मल डिलीवरी में सफल रही ये नर्स
सुबह होते ही दूसरे अस्पताल में दिखाने के लिए परी चौक पंहुचे और डिलीवरी के आखिरी समय के चलते महिला बुरी तरह परेशान थी. महिला फुटपाथ पर रोते हुए गिर गई. तभी इत्तेफाक से हमारी दो नर्स ड्यूटी के दौरान अस्पताल आ रही थी और इन्होंने दर्द से तड़प रही महिला की जैसे-तैसे नॉर्मल डिलीवरी करवाई. अब दोनों जच्चा बच्चा स्वस्थ हैं और इन दोनों नर्स रेनू और ज्योति को 51-51 सौ रुपए देकर समानित किया है.