पाकिस्तान में आम चुनाव के तहत मतदान 8 फरवरी को हिंसा की छिटपुट घटनाओं के साथ खत्म हो गया. इस दौरान आतंकी हमलों को नाकाम करने के लिए मोबाइल और इंटरनेट की सेवाएं स्थगित कर दी गईं, जिससे लोगों को कनेक्टिविटी की समस्याओं का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान में मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और यह बिना रुके शाम पांच बजे तक जारी रहा. यहां कुल 12 करोड़ 85 लाख 85 हजार 760 पंजीकृत मतदाताओं के मतदान करने के लिए देशव्यापी सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था.
मतदान का समय खत्म होने के बाद भी मतदान केंद्र परिसर के अंदर मौजूद मतदाताओं को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई. देश के कुछ मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया में देरी होने और चुनावी ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर आतंकी हमला होने की भी खबर सामने आई है, जिसमें चार पुलिसकर्मी मारे गए. वोटों की बंद पेटियों की सील मतदान केंद्रों के अंदर विभिन्न उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में खोली गई और मतगणना हर मतदान केंद्र में निर्वाचन अधिकारी की निगरानी में की जा रही है. निर्वाचन अधिकारी रिजल्ट तैयार कर, इसकी घोषणा करेंगे. अधिकारी रिजल्ट की कॉपी मतदान केंद्र के मुख्य दरवाजे पर भी चिपकाएंगे. वे निर्वाचन क्षेत्र के नतीजों को जुटाएंगे और अंतिम परिणाम की घोषणा करेंगे. माना जा रहा है कि नतीजे आधी रात से पहले आने शुरू हो जाएंगे और ज्यादातर नतीजे सुबह तक आ जाएंगे. चुनावों के दौरान दूरसंचार और इंटरनेट सेवाओं में देशव्यापी व्यवधान को लेकर राजनीतिक दलों ने नाराजगी जताई और मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता पर संदेह जताया. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जेल में हैं. वहीं नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने की संभावना जताई जा रही है.