इजरायल और चरमपंथी संगठन हमास के बीच शनिवार को 36वें दिन जंग जारी है. अब तक इस संघर्ष के चलते मरने वालों का आंकड़ा 12 हजार की संख्या पार कर गया है.
फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट के हवाले से अलजजीरा ने की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इजरायली टैंक गाजा में अल-कुद्स अस्पताल से महज 20 मीटर की दूरी पर है. दहशत की स्थिति में मौके से करीब 14,000 लोगों ने पलायन कर दिया है. इजरायली टैंकों से गोलाबारी की जा रही है. अल-शिफा अस्पताल के डायरेक्टर ने कहा है कि इजरायली बलों की कार्रवाई के चलते मेडिकल परिसर पूरी तरह से कट गया है और किसी भी चलते-फिरते व्यक्ति को निशाना बनाया जा रहा है. इस बीच सऊदी अरब ने इजरायल और हमास की जंग पर चर्चा के लिए अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन के संयुक्त शिखर सम्मेलन की मेजबानी की है. अलजजीरा के मुताबिक, 7 अक्टूबर से गाजा में इजरायली हमलों में कम से कम 11,078 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. वहीं, इजरायल में हमास के हमलों में 1,200 से ज्यादा लोगों की जानें गई हैं. इजरायली सेना के एक अधिकारी ने दावा किया है कि आईडीएफ गाजा में अल-शिफा अस्पताल पर गोलीबारी नहीं कर रही है. अरबी में जारी किए गए एक वीडियो में अधिकारी ने कहा कि अस्पताल के आसपास हमास के लड़ाकों के साथ इजरायली सेना की झड़पें हो रही हैं लेकिन फैसिलिटी (अस्पताल) को टारगेट नहीं है. उन्होंने कहा कि जो लोग वहां से निकलना चाहते हैं, वे परिसर के पूर्वी हिस्से से सुरक्षित रूप से निकल सकते हैं. अलजजीरा के मुताबिक, इससे पहले अस्पताल के डायरेक्टर मुहम्मद अबू सल्मिया और गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के उप निदेशक डॉ. यूसुफ अबू अल-रीश ने अल-शिफा अस्पताल के अंदर फोन पर बताया था कि इजरायली टैंक परिसर को घेरे हुए हैं और उनसे गोलाबारी की जा रही है. उन्होंने बताया था कि परिसर के भीतर जाने या उससे बाहर आने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को लेकर इजरायली स्नाइपर फायर का खतरा लगातार बना हुआ है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अल शिफा के एक सर्जन ने पहले बताया था कि परिसर में पानी, भोजन और बिजली खत्म हो गई है और गहन देखभाल इकाई प्रभावित हुई है. संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी OCHA के मुताबिक, 7 अक्टूबर से कब्जे वाले वेस्ट बैंक में 46 बच्चों समेत 168 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. वहीं, कब्जे वाले पूर्वी यरुशलम में एक बच्चे समेत अन्य आठ लोगों की हत्या की गई है. वेस्ट बैंक में हुई मौतों का आरोप इजरायली सेना और पूर्वी यरुशलम में मारे गए लोगों की हत्या का आरोप इजरायली निवासियों पर लगा है.