इजरायली सेना ने हमास के कब्जे वासे गाजा पट्टी के मुख्य शहर गाजा को घेर लिया है. यह तब हुआ जब अरब नेताओं ने गाजा की घेराबंदी को कम करने और नागरिकों की सहायता के लिए कम से कम कुछ समय के लिए अपने हमलों को रोकने के लिए इजरायल पर दबाव बढ़ाया, लेकिन इजरायल ने इन दबावों से इतर अपना जमीनी अभियान जारी रखा है.
हालांकि इस अभियान में बीते दिन 17 इजरायली सैनिकों के मारे जाने की खबर है, इनमें एक भारतीय मूल का सैनिक भी शामिल था. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “हम जंग की चरम पर पहुंच गए हैं. हमें कई प्रभावशाली सफलताएं मिली हैं. हम गाजा शहर के बाहरी इलाके को पार कर चुके हैं और लगातार आगे बढ़ रहे हैं. इन घटनाक्रमों के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन शुक्रवार को दूसरी मर्तबा इजरायल के दौरे पर आने वाले हैं. दूसरे मध्य पूर्व दौरे पर जाने से पहले ब्लिंकन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनका दौरा गाजा के भविष्य पर केंद्रित होगी. ब्लिंकन ने कहा, “हमास के द्वारा अगवा किए गए 200 से ज्यादा बंधकों का रिहाई भी दौरे का एक विषय होगा.” मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी युद्ध-विराम के मुद्दे पर बातचीत के लिए जॉर्डन जाएंगे. अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने गाजा में इजरायल के अभियानों जानकारी के लिए इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट से बात की है. बातचीत के दौरान अमेरिकी रक्षा मंत्री ने गाजा को रफाह के रास्ते भेजे जा रहे मानवीय सहायता के महत्व पर भी जोर दिया. गुरुवार को गाजा में ब्यूरिज शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले के बाद कम से कम 15 लोग मारे गए और कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. ईंधन और मानवीय सहायता की कमी के कारण नागरिकों को बचाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है.