मेरठ: आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ में बबीता फोगाट के बचपन का किरदार निभाने वाली सुहानी भटनागर का शनिवार को निधन हो गया. उनकी मौत के कारणों पर रहस्य बना हुआ है. वह महज 19 साल की थी. जानकारी के अनुसार सुहानी भटनागर की युवा अभिनेत्री कुछ समय से अस्वस्थ थीं और उनका इलाज चल रहा था, रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ समय पहले सुहानी भटनागर के पैर में फ्रैक्चर हो गया था.
इसके इलाज के लिए सुहानी भटनागर जो दवाएं ले रही थीं, उन दवाओं का उन पर साइड इफेक्ट हुआ है. कथित तौर पर, उनके शरीर में तरल पदार्थ जमा होने लगा, जिसका इलाज चल रहा था. तरल पदार्थ का जमा होना ही उनके निधन का कारण बताया जा रहा है. . ऐसे में सवाल उठता है कि कैसे किसी दवा का रिएक्शन मौत की वजह बन सकती है? इस बारे में लोकल 18 की टीम ने मेरठ मेडिकल कॉलेज के आर्थोपेडिक सर्जरी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. ज्ञानेश्वर टोंक से खास बातचीत की.
जांच से पता चलेगा सुहानी की मृत्यु का कारण
डॉ. ज्ञानेश्वर टोंक ने बताया कि सुहानी भटनागर की मृत्यु का मुख्य कारण क्या है यह तो एक जांच का विषय है लेकिन दवा के रिएक्शन की वजह से शरीर में पानी भरने से इनकार नहीं किया जा सकता. जब किसी इंसान को फैक्चर होता है तो उसका ट्रीटमेंट करने के साथ विभिन्न प्रकार की उसे दवा दी जाती है. जिससे कि दर्द से राहत मिले. इसमें काफी दवाइयां हैवी भी होती हैं. ऐसे में अगर किसी भी मरीज को उन दवाइयां से कोई भी दिक्कत हो तो वह अपने डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए. उसके बाद मरीज का सेंसिटिविटी टेस्ट कराया जाता है. जिसके आधार पर इंसान पर दवाओं के साइड इफेक्ट की जानकारी मिलती है.
क्या है मेडिसिन के साइड इफेक्ट्स के लक्षण
डॉ. ज्ञानेश्वर टोंक ने बताया कि आमतौर पर मेडिसिन के साइड इफेक्ट्स होने पर शरीर पर दाने निकल आते हैं. इसके अलावा, आलस और सुस्ती, डायरिया, गला-मुंह सूखना, घबराहट और बेचैनी जैसे लक्षण भी दवाओं के साइड इफेक्ट्स के हो सकते हैं. ऐसी स्थिति में फौरन अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए . हालांकि कई बार ऐसे लक्षण दूसरी बीमारियों के भी हो सकते हैं. इतना ही नहीं डॉ. ज्ञानेश्वर टोंक तो यह भी कहते हैं अगर आपको पहले भी किसी भी प्रकार की मेडिसिन के साइड इफेक्ट्स हुआ है. तो आप संबंधित डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए.