नई दिल्ली. आईपीएल 2023 के मिनी ऑक्शन से पहले सभी फ्रेंचाइजी को 15 नवंबर की शाम तक अपने रिटेन और रिलीज किए गए खिलाड़ियों की सूची बीसीसीआई को सौंपनी थी. जब सनराजइर्स हैदराबाद की यह लिस्ट सामने आई, तो उसमें एक बात चौंकाने वाली थी. पिछले सीजन में टीम के कप्तान रहे केन विलियम्सन का नाम रिटेन खिलाड़ियों की लिस्ट में नहीं था. यानी हैदराबाद टीम ने उन्हें रिलीज कर दिया. यानी अब टीम नया कप्तान ढूंढेगी. नया कप्तान के रूप में टीम के सामने क्या विकल्प हैं? क्या टीम ऑक्शन में अपना कप्तान खरीदेगी या मौजूदा खिलाड़ियों में से ही किसी को यह जिम्मेदारी दी जाएगी? या विलियम्सन को ही दोबारा टीम ऑक्शन में खरीदकर उन्हें ही यह जिम्मेदारी सौंपेगी? इन सब सवालों के जवाब तलाशने से पहले यह जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर क्यों सनराइजर्स हैदराबाद ने विलियम्सन की छुट्टी कर दी.
पिछले सीजन में लगातार 2 मैच गंवाने के बाद सनराइजर्स हैदराबाद ने लगातार 5 मैच जीते थे. लेकिन, फिर टीम पटरी से ऐसा उतरी कि 10 टीमों में 8वें स्थान पर रही. उसने 14 में से सिर्फ 6 मैच ही जीते.
इसी का असर था कि मिनी ऑक्शन से पहले ही टीम ने कप्तान समेत एक दर्जन खिलाड़ियों को रिलीज कर दिया. यानी हैदराबाद मैनेजमेंट अगले आईपीएल में बिल्कुल नई टीम के साथ उतरना चाहता है. आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन से पहले सनराइजर्स हैदराबाद ने सिर्फ तीन खिलाड़ियों को रिटेन किया था.
इसमें कप्तान केन विलियम्सन, अब्दुल समद और उमरान मलिक शामिल थे. विलियम्सन को हैदराबाद ने 14 करोड़ रुपये में रिटेन किया था. यह किसी भी ओवरसीज या विदेशी खिलाड़ी को रिटेन करने के लिए दी गई सबसे बड़ी कीमत थी. इसके बाद समद और उमरान को 4-4 करोड़ में रिटेन किया गया था.
विलियम्सन की कप्तानी में 2 साल टीम फिसड्डी साबित हुई
विलियम्सन को अपना पहला रिटेन खिलाड़ी बनाने के लिए सनराइजर्स का कदम विवादास्पद था. इसका मतलब था कि फ्रेंचाइजी ने अफगानिस्तान के लेग स्पिनर राशिद खान को जाने दिया. जो खुद फर्स्ट रिटेन खिलाड़ी के रूप में टीम के साथ जुड़े रहना चाहते थे. लेकिन, सनराइजर्स हैदराबाद ने टॉप ऑर्डर में एंकर बल्लेबाज और कप्तान के रूप में विलियम्सन की काबिलियत को तरजीह दी. हालांकि, इसके कारण उन्हें राशिद खान के रूप में एक मैच विनर खिलाड़ी को खोना पड़ा. इसका टीम के बैलेंस पर असर पड़ा.
डेविड वॉर्नर की गैरहाजिरी में जब उन पर 2018 में बॉल टेम्परिंग के कारण 1 साल का बैन लगा था, तब विलियम्सन की कप्तानी में ही हैदराबाद लीग का फाइनल खेली थी. उस सीजन में विलियम्सन ने 52 से अधिक की औसत और 142 के स्ट्राइक रेट से 735 रन बनाए थे. 2021 में जब बीच सीजन में वॉर्नर के रिश्ते सनराइजर्स हैदराबाद से तल्ख हो गए तो विलियम्सन को टीम का फुलटाइम कप्तान बना दिया गया. लेकिन, टीम सबसे आखिरी यानी 8वें स्थान पर रही
विलियम्सन का स्ट्राइक रेट काफी कमजोर
पिछले साल विलियम्सन की कप्तानी और बल्ला दोनों ही नहीं चला. कोहनी की चोट से जूझ रहे विलियम्सन ने 13 पारी में 19 की औसत और 93 के स्ट्राइक रेट से 216 रन बनाए. टूर्नामेंट में 100 गेंद खेलने वाले बल्लेबाजों में विलियम्सन का स्ट्राइक रेट सबसे खराब था. इसका असर टीम के प्रदर्शन और ओवरऑल बैलेंस पर पड़ा. क्योंकि टीम को विलियम्सन टॉप ऑर्डर में मजबूत और तेज शुरुआत नहीं दिला पाए. पिछले दो सीजन में विलियम्सन की ना तो कप्तानी चली और ना ही बल्ला. इसे देखते हुए ही टीम ने उन्हें रिलीज कर दिया.
कौन बन सकता हैदराबाद टीम का कप्तान?
केन विलियम्सन और निकोलस पूरन को रिलीज करने भर से ही हैदराबाद के पर्स में 25 करोड़ आ गए हैं. मिनी ऑक्शन में इस टीम के पास खिलाड़ियों को खरीदने के लिए 42.25 करोड़ का पर्स होगा. अब सवाल यह है कि सनराइजर्स हैदराबाद किसे भविष्य के कप्तान के रूप में देख रही है. क्या विलियम्सन को ही ऑक्शन में कम कीमत में खरीदकर यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है? या किसी नए खिलाड़ी पर दांव खेला जा सकता है. मौजूदा टीम को अगर देखें भुवनेश्वर कुमार कप्तानी में एक विकल्प हो सकते हैं. वो विलियम्सन की गैरहाजिरी में कप्तानी कर चुके हैं. टीम के साथ लंबे वक्त से जुड़े हुए हैं. ऐसे में मैनेजमेंट में ऑक्शन में कप्तान खरीदने पर मोटी रकम खर्च करने के बजाए भुवनेश्वर को भी यह जिम्मेदारी सौंप सकता है.
स्टोक्स, मयंक पर टीम दांव खेल सकती
टीम ने 12 खिलाड़ियों को रिलीज किया है. इसका मतलब साफ है कि हैदराबाद का टीम मैनेजमेंट भविष्य के लिए नई टीम बनाना चाह रहा है. ऐसे में यह हो सकता है कि कप्तान भी नया ढूंढा जाए. ऐसे में बेन स्टोक्स के लिए टीम ऑक्शन में मोटी पैसा खर्च कर सकती है. स्टोक्स ने हाल ही में इंग्लैंड को टी20 विश्व कप जिताया है. वो टॉप ऑर्डर में भी बल्लेबाजी कर सकते हैं. गेंदबाज भी हैं. ऐसे में स्टोक्स टीम के लिए जरूरी बैलेंस ला सकते हैं.
इसके अलावा एडेन मार्करम भी एक विकल्प हो सकते हैं. वो दक्षिण अफ्रीका को अपनी कप्तानी में अंडर-19 का विश्व कप दिला चुके हैं. पंजाब किंग्स ने भी मयंक अग्रवाल को रिलीज कर दिया था. ऐसे में मयंक पर भी टीम दांव खेल सकती है. वो टॉप ऑर्डर में विलियम्सन की जगह भर सकते हैं और उनका स्ट्राइक रेट भी काफी बेहतर है.