उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में अफीम, केले की खेती बड़े पैमाने पर की जाती रही है. लेकिन अब इन फसलों से हटकर यहां के किसान कुछ सालों से सब्जियों की खेती कर रहे हैं. इससे इन्हें लाखों की कमाई भी हो रही है. ऐसे ही जिले के युवा किसान हैं मोहित वर्मा, जिन्होंने शिमला मिर्च व टमाटर की खेती से लाखों रुपये का मुनाफा कमाया है. इनका खेती करने का तरीका थोड़ा अलग है, जिसे गांव का हर किसान सीखना चाह रहा है.
बाराबंकी जिले के बंकी ब्लॉक अंतर्गत महन्दाबाद गांव के रहने वाले युवा किसान मोहित वर्मा ने एक बीघे जमीन पर टमाटर, शिमला मिर्च की खेती की शुरुआत की. इसमें उन्हें अच्छा लाभ देखने को मिला. आज वह करीब दो बीघे में टमाटर, साढ़े तीन बीघे में शिमला मिर्च की खेती कर रहे हैं. इसमें उन्हें लगभग दो से तीन लाख रुपये का मुनाफा हो रहा है.
शिमला मिर्च की खेती से किसान की बदली किस्मत
युवा किसान मोहित वर्मा ने बताया इससे पहले हम धान, गेहूं सरसों की खेती करते थे तो उसमें कुछ फायदा नहीं दिखा. इसलिए हमारा रुख सब्जियों की खेती की तरफ बढ़ा. फिर हमें शिमला मिर्च की खेती के बारे में लोगों से धीरे-धीरे जानकारी हुई. इसके बाद एक बीघे से शिमला मिर्च की खेती शुरू की. जो आज करीब तीन बीघे तक पहुंच गई है.
शिमला मिर्च की खेती से कर रहे बंपर कमाई
किसान मोहित वर्मा ने बताया इसमें करीब एक बीघे में 15,000 से 20,000 रुपये की लागत आती है. क्योंकि इसमें बीज, पन्नी, डोरी, कीटनाशक दवाइयां लेबर खर्च आदि लगता है, पर फायदा कई गुना होता है. अगर लागत निकाल दी जाए तो एक फसल पर दो से तीन लाख रुपये तक की बचत हो जाती है. मैं अपने युवा किसान भाइयों से कहना चाहता हूं और फसलों के साथ थोड़ी शिमला मिर्च व टमाटर की खेती करें, ताकि अच्छा मुनाफा कमाने का अवसर मिले.