इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के बीच दावा किया जा रहा है कि इजरायल पर हमला करने के लिए हमास के लड़ाकों ने नॉर्थ कोरियाई हथियारों का इस्तेमाल किया था. हमास के वीडियो और इजरायल की ओर से जब्त किए गए हथियारों से पता चलता है कि नॉर्थ कोरिया चरमपंथी समूह को हथियार बेचता है. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने युद्ध के मैदान में पकड़े गए हथियारों का विश्लेषण भी किया है. साउथ कोरियाई सैन्य खुफिया एजेंसी के दो विशेषज्ञों ने जानकारी देते हुए बताया कि हमास के लोग एफ-7 रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड का इस्तेमाल कर रहे थे, जो कंधे से दागे जाने वाला हथियार है. इसका इस्तेमाल बख्तरबंद वाहनों के खिलाफ किया जाता है. इस पर नॉर्थ कोरिया के लाइट वेट वेपन पर एक गाइड लिखने वाले स्मॉल आर्म्स सर्वे के वरिष्ठ शोधकर्ता मैट श्रोएडर ने कहा कि हमास की तरफ से नॉर्थ कोरियाई हथियारों को देखना कोई आश्चर्य की बात नहीं है.
नॉर्थ कोरिया के हथियारों का इस्तेमाल
हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को अचानक इजरायल पर हमला कर दिया. उस दौरान उन्होंने इजरायली नागरिकों पर ताबातोड़ तरीके से गोलीबारी की और घरों में घुसकर लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. आपको बता दें कि इस दौरान हमले में इस्तेमाल किए गए हथियारों का संबंध नॉर्थ कोरिया से इसलिए भी जोड़ कर देखा जा रहा है क्योंकि रूस और यूक्रेन के युद्ध में भी नॉर्थ कोरिया ने रूस को यूक्रेन पर हमला करने के लिए हथियारों की सप्लाई की थी. हालांकि, इस बात से नॉर्थ कोरिया इनकार करता रहा है.
हमास और नॉर्थ कोरिया के संबंध
हमास और नॉर्थ कोरिया के संबंध काफी पुराने हैं. वो कई बार हमास का समर्थन करता रहा है. नॉर्थ कोरिया ने 5 साल पहले फलस्तीन और इजरायल के मु्द्दे पर फलस्तीन का समर्थन किया था. इस पर हमास तत्कालीन प्रवक्ता सामी अबू ज़ुहरी ने फलस्तीनी मुद्दे के समर्थन के लिए उत्तर कोरिया को धन्यवाद किया था. उन्होंने कहा था कि इजरायल दुनिया में बुराई और आतंकवाद का नेता है. उस वक्त नॉर्थ कोरिया ने फलस्तीन के संघर्ष का समर्थन किया और इजरायली कब्जे को खारिज किया था. उस वक्त नॉर्थ कोरिया ने इजरायल के खिलाफ बयान देते हुए कहा था कि इजरायल परमाणु हथियारों का एकमात्र अवैध मालिक है, जिसे अमेरिका का समर्थन हासिल है.