आयुषी हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के बाद मथुरा पुलिस ने मंगलवार को हत्यारोपी माता-पिता को जेल भेज दिया। इससे पहले पुलिस हत्यारोपी के नई दिल्ली के बदरपुर स्थित मकान पर गई। वहां से पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए। आयुषी की हत्या के बाद आरोपी पिता ने ट्रॉली बैग में लाश रखकर कमरे में ताला लगा दिया। इस पूरे घटनाक्रम का आयुषी के भाई को पता नहीं था। राया क्षेत्र में 18 नवंबर को यमुना एक्सप्रेसवे के सर्विस रोड पर कृषि अनुसंधान केंद्र के पास झाड़ियों में ट्रॉली बैग में बीसीए की छात्रा आयुषी (22) का शव मिला था। पुलिस ने 48 घंटे में आयुषी की पहचान करने में कामयाबी हासिल कर ली। पुलिस ने हत्यारोपी पिता नितेश यादव और मां ब्रजबाला को गिरफ्तार कर 21 नवंबर को आयुषी हत्याकांड का खुलासा कर दिया। मंगलवार को हत्यारोपी माता-पिता को कोर्ट में पेश किया गया। राया थाना प्रभारी निरीक्षक ओमहरि वाजपेयी और राया कट चौकी प्रभारी हरेंद्र कुमार के साथ फॉरेंसिक टीम को दिल्ली स्थित आयुषी के मकान पर भेजा गया। वहां आयुषी के कमरे फॉरेंसिक टीम ने खून के सैंपल के अलावा महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किए। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले हैं। सीसीटीवी फुटेज में पहले कार निकालते नितेश दिख रहा है। उसके बाद पिछली गली से ट्रॉली बैग ले जाता भी कैमरे में कैद हुआ है। पुलिस टीम सोमवार को देरशाम लौट आई। उसके बाद मंगलवार को दंपती को कोर्ट में पेश किया गया। कार्यवाहक एसएसपी मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि दंपती को जेल भेज दिया गया है।
दिल्ली के बदरपुर क्षेत्र में मोलरबंद एक्सटेंशन में नितेश यादव का दो मंजिला मकान है। 17 नवंबर को पहली मंजिल पर बने कमरे में ही दोपहर दो बजे आयुषी की दो गोलियां मारकर हत्या की गई थी। उस वक्त आयुषी का भाई आयुष घर पर नहीं था। उसके आने से पहले खून साफ कर ट्रॉली बैग में आयुषी का शव पॉलिथीन में पैक करने के बाद कमरे में रखकर ताला लगा दिया गया। आयुष के आने के बाद सब कुछ ऐसा दिखाया गया कि कुछ हुआ ही नहीं है। देर रात तक बेटे के सोने का इंतजार करने के बाद देर रात 2.15 बजे नितेश और उसकी पत्नी ब्रजबाला घर से निकले। घर के पास लगे सीसीटीवी में यह कैद भी हुआ है। फिलहाल आयुष अपने दादा और दादी के संग घर पर है।